पाकिस्तान तहरीके इंसाफ़ पार्टी के नेता इमरान ख़ान देश के सेनाध्यक्ष जनरल रहील शरीफ़ के साथ मुलाक़ात के बाद भी प्रधानमंत्री नवाज शरीफ़ के इस्तीफ़े की माँग पर अडिग हैं.
उन्होंने कहा कि सेनाध्यक्ष से मुलाकात के बाद नवाज़ शरीफ़ के इस्तीफ़े के अलावा उनकी सारी माँगें मान ली गई हैं.
इमरान ख़ान ने कहा, "जनरल रहील ने कहा कि एक न्यायिक आयोग बनेगा, जो स्वतंत्र जांच करेगा. फ़ौज सुनिश्चित करेगी कि ये जांच सही हो. सेनाध्यक्ष ने कहा कि हम तटस्थ अंपायर का रोल अदा करेंगे."
ये न्यायिक आयोग पिछले आम चुनाव में हुई कथित अनियमितताओं की जांच करेगा. इमरान ख़ान लगातार उन चुनाव में धांधलियों के आरोप खुलेआम लगाते रहे हैं.
इमरान ख़ान ने कहा कि उन्होंने जनरल रहील को बताया कि नवाज़ शरीफ़ के त्यागपत्र के बिना स्वतंत्र जांच नहीं हो सकती.
उन्होंने कि जब तक न्यायिक आयोग की जांच चलेगी तब तक नवाज़ शरीफ़ को अपने पद से हट जाना चाहिए.
उन्होंने कहा कि शुक्रवार को उनकी पार्टी का प्रतिनिधिमंडल नवाज़ शरीफ़ की पार्टी पाकिस्तान मुस्लिम लीग (एन) के साथ मुलाकात कर अपने नज़रिए से उनको अवगत कराएगा.
इमरान ख़ान ने कहा कि इस मुलाक़ात के बाद भी अगर समझौता नहीं हुआ तो धरना जारी रहेगा और अपने आंदोलन को वह देश के बाकी शहरों में भी ले जाएंगे.
उन्होंने अंत में ये स्पष्ट किया कि जब तक प्रधानमंत्री त्यागपत्र नहीं देते धरना जारी रहेगा.