इंग्लैंड ने भारत के ख़िलाफ़ साउथैम्पटन टेस्ट में ग़ज़ा के समर्थन में रिस्टबैंड पहनने वाले मोईन अली का बचाव किया है.
मोईन अली ने ‘फ्री फ़लस्तीन’, ‘सेव ग़ज़ा’ लिखा रिस्टबैंड पहना था.
विवादास्पद रिस्टबैंड पहनने पर आईसीसी मोईन के ख़िलाफ़ अनुशासनात्मक कार्रवाई कर सकता है.
इंग्लैंड और वेल्स क्रिकेट बोर्ड के अनुसार ‘मोईन ने कुछ भी ग़लत नहीं किया है’.
आईसीसी नियम 19 एफ़: खिलाड़ी और अधिकारी को आर्म बैंड्स या कपड़ों से या दूसरे खेल साज़ो-सामान से संदेश देने की अनुमति नहीं होनी चाहिए, जब तक कि इससे लिए संबंधित बोर्ड से अग्रिम मंज़ूरी नहीं ली गई हो. राजनीतिक, धार्मिक या नस्लीय गतिविधियों से जुड़े संदेशों को मंज़ूरी नहीं दी जानी चाहिए.
आईसीसी के एक प्रवक्ता ने जांच की पुष्टि करते हुए कहा, "हम मामले की जांच कर रहे हैं और जल्द ही रिपोर्ट देंगे."
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