सरकारी तेल एवं गैस कंपनी ओएनजीसी के मुंबई तट पर स्थित एक गैस और तेल कुंए से गैस का रिसाव होने से फ़िलहाल काम रूक गया है.
हालांकि किसी भी तरह के नुक़सान की कोई ख़बर नहीं है.
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक़ कुंए की खुदाई रोकी गई और सभी ग़ैर-ज़रूरी कर्मचारियों को बाहर निकाल दिया गया.
ओएनजीसी ने एक बयान में कहा है कि इसने 48 लोगों को उस क्षेत्र से निकाला है और यह गैस रिसाव पर नियंत्रण के लिए काम कर रही है.
पीटीआई ने सूत्रों के हवाले से कहा है, "कोई विस्फोट नहीं हुआ है. यह केवल एक गैस रिसाव था. सभी परियोजनाएं सुरक्षित हैं. जानमाल का कोई नुक़सान नहीं हुआ. ड्रिलिंग के दौरान गैस लीक हुई थी."
ओएनजीसी मुंबई हाई के नार्थ फ़ील्ड में मौजूद एक प्लेटफ़ॉर्म पर वेल की खुदाई कर रही थी.
‘सभी सुरक्षा उपाय किए’
मुख्य कुंए से जब कुछ हासिल नहीं होता तो उसी कुंए की दीवार से बग़ल में ही दूसरा कुंआ खोदा जाता है जिसे साइड ट्रैक वेल कहते हैं.
पीटीआई के सूत्रों ने बताया, "केवल 1000 से 1100 मीटर की गहराई पर गैस के होने की उम्मीद नहीं थी. लेकिन ड्रिलिंग के दौरान कुछ गैस बाहर आ गई लेकिन हमने सभी सुरक्षा उपाय किए."
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