मुंबई के अंधेरी इलाक़े में मौजूद एक बिल्डिंग में शुक्रवार दोपहर लगी आग में अग्निश्मन विभाग के एक कर्मचारी के मौत हो गई जबकि कुल ग्यारह लोग घायल हुए हैं.
35 वर्षीय नितिन येवलेकर की मौत लोट्स बिज़नेस पार्क में लगी आग बुझाने के दौरान हुई.
बिल्डिंग में फंसे लोगों को बाहर निकालने की कोशिश में दमकल विभाग के 30 कर्मचारी वहीं फंस गए थे जिसमें नितिन समेत छह कर्मचारी तेज़ आग में बुरी तरह से झुलस गए.
घायलों में से दो की हालत गंभीर बतायी जा रही है.
नगर निगम प्रशासन ने नितिन के परिवार को पंद्रह लाख रुपए मुआवज़ा देने का ऐलान किया है.
‘अधिकारियों के चहेते’
एक सहकर्मी ने नाम न बताने की शर्त पर बीबीसी को बताया, "नितिन येवलेकर 10 साल पहले विभाग में आए थे और जल्द ही सहकर्मियों और अधिकारियों के चहेते बन गए थे."
सहकर्मी का कहना था कि उन्हें फायर इंजीनियरिंग और आग से जुड़ी अलग अलग पहलूओं की गहरी जानकारी थी.
उनका कहना था, "यही वजह थी कि जब हमें कोई बात समझ में नहीं आती थी या हम कहीं अटक जाते तो नितिन ही एकमात्र व्यक्ति थे जो हमारी मदद के लिए आते थे. पिछले दस सालों में ड्यूटी के दौरान जब भी हादसा हुआ नितिन हमेशा काम के मामले में आगे रहते थे."
नितिन शादीशुदा थे और उनके दो बच्चे हैं.
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