।। दक्षा वैदकर ।।
सौरभ और नेहा एक-दूसरे से प्यार करते थे. दोनों का तीन साल का रिलेशन एक दिन टूट गया. दोनों ने ही तय किया कि हम एक-दूसरे के लिए नहीं बने हैं. हमारा स्वभाव बिल्कुल अलग-अलग है. अब इस बात को कई महीने बीत चुके हैं. नेहा की मंगनी भी किसी और से हो गयी है. सौरभ भी अपने करियर पर फोकस कर रहा है. बस इन सब के बीच में आ जाता है यह फेसबुक.
जब भी सौरभ अपना अकाउंट खोलता है, सबसे पहले नेहा की वॉल चेक करता है कि अभी उसकी लाइफ में क्या चल रहा है. नेहा के उसके मंगेतर के साथ फोटोज, सेल्फीज, मॉल की फोटोज, मूवी देखने का स्टेटस जैसी तमाम चीजें देखता है और पुरानी यादों में खो जाता है. दो-तीन घंटे वह इन्हीं विचारों में खो जाता है. कभी-कभी तो पूरा दिन उसका बेकार हो जाता है, लेकिन वह इस आदत को छोड़ नहीं पा रहा. वह अगर नहीं भी देखे, तो भी फेसबुक पर ऊपर-नीचे स्क्रॉल करते वक्त नेहा की कोई न कोई एक्टिविटी दिख ही जाती है, जो उसे डिस्टर्ब करती है.
केवल सौरभ के साथ ऐसा नहीं है. हम में से कई लोगों के साथ ऐसा है. हमारा किसी से झगड़ा हो जाता है या कोई इनसान हमें अचानक से नापंसद आने लगता है. हम उससे बात करना तो बंद कर देते हैं, लेकिन उसे फेसबुक पर जोड़े रखते हैं. दिल के किसी कोने में हमारी यह जानने की इच्छा रहती है कि इस इनसान की जिंदगी में इन दिनों क्या चल रहा है. यहीं हम गलती करते हैं, क्योंकि यह जानने की कोशिश में हम उस इनसान को बार-बार देखते हैं और पुरानी बातों को याद करते हैं. इस तरह हम अपने वर्तमान को दुखी बना देते हैं.
हम क्यों नहीं उस इनसान को अपनी फेसबुक लिस्ट से हटा देते? इसके लिए दिल पर पत्थर जरूर रखना होगा, लेकिन जब आप एक बार यह कर लेंगे, तो आपको बहुत अच्छा महसूस होगा. कई महीनों बाद ध्यान जायेगा कि यार मैं बहुत दिनों से उदास नहीं हुआ. यह बहुत सिंपल से स्टेप है. आपको बस उस पुरानी बीती यादों को अनफ्रेंड करना है या ब्लॉक करना है. यह आपकी खुशी के साथ ही आपके स्वास्थ्य के लिए भी बेहद जरूरी है.
बात पते की..
– ऐसे वक्त को फेसबुक के जरिये थाम कर न रखें, जो आपको बार-बार दुखों में घसीट कर ले जाये. इसे तुरंत अपनी लाइफ से डिलीट करें.
– सामनेवाला इनसान भी पुरानी यादें भूलना चाहता है और आप भी. बेहतर है कि आप ही उसे फेसबुक से हटा दें और अपनी जिंदगी में खुश रहें.