।। दक्षा वैदकर ।।
जिंदगी में अगर प्रॉब्लम आती है, तो साथ में सक्सेस भी लेकर भी आती है. इसलिए जब भी प्रॉब्लम आये, हमें परेशान होने की बजाय यह सोचना चाहिए कि इसमें सक्सेस का कौन-सा रास्ता छिपा है. यह बात भी बिल्कुल सही है कि हर प्रॉब्लम हमें एक सीख दे कर जाती है. हमारे अंदर छिपी खूबी को बाहर लाती है. हमारी सहनशक्ति बढ़ाती है और गुणों को निखारने के साथ आत्मविश्वास बढ़ाती है.
यह अकेली मैं नहीं कह रही, यह हम सभी कहेंगे अगर हम अपनी पुरानी बातों को याद करेंगे. हम पायेंगे कि हम सभी के साथ ऐसा जरूर हुआ है, जब हम किसी बुरी परिस्थिति से गुजरे हों और हमने भगवान से पूछा हो कि हे भगवान मेरे साथ ऐसा क्यों किया?
मेरी एक दोस्त है, जो अभी दिल्ली में रूम ले कर अकेले रहती है. वह सुबह उठ कर खाना बनाती है, सफाई करती है और फिर ऑफिस जाती है. रात को भी भले ही कितनी लेट क्यों न हो जाये, वह घर आ कर खुद खाना बनाती है और खाती है. उसकी सहनशक्ति देख एक दिन जब मैंने उससे पूछा कि तुम इतना सब कैसे मैनेज कर लेती हो? थकती नहीं हो?
उसने बताया, ‘दो साल पहले मुङो ठीक से चाय बनाना भी नहीं आता था. सब कुछ मम्मी ही करती थी. मैं सिर्फ सुबह उठ कर ऑफिस जाती और वापस आ कर मजे से टीवी देखती, लेकिन उस दौरान मेरी मम्मी को छह महीने के लिए दीदी के पास जाना पड़ा, क्योंकि दीदी मां बनने वाली थीं. इन छह महीनों में मुङो ही खाना बनाना पड़ा, क्योंकि भाई को कुछ भी नहीं आता था.
शुरुआत में बहुत दिक्कत हुई. रोटियां जलीं, सब्जी में कभी नमक-मिर्च ज्यादा हुई, तो कभी पानी. कई बार खाना इतना खराब बन जाता कि ब्रेड खा कर सोना पड़ता. मैंने भगवान को खूब कोसा कि मेरे साथ ऐसा क्यों हो रहा है. आखिर कब तक ये चलेगा. लेकिन धीरे-धीरे मैंने अच्छा खाना बनाना सीख लिया और वह भी टाइम पर. आखिरी के दो महीने तो मेरे बड़े आराम से कटे. मैं खाना बना कर, भाई को खिला कर ऑफिस जाती. उस वक्त जो मैंने सीखा, वह आज मुङो काम आ रहा है.’
बात पते की..
– आप फेल हो जायें या प्रेमी-प्रेमिका आपको छोड़ कर चली जाये. हर एक्शन के पीछे कोई न कोई अच्छी बात छिपी होती है. इसलिए खुश रहें.
– जब भी कोई प्रॉब्लम आये, खुश हो जायें, क्योंकि जाते-जाते यह आपको एक अच्छी सीख दे कर जायेगी. सफलता का दरवाजा खोल कर जायेगी.