पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान ख़ान ने पाकिस्तान दिवस के मौके पर ‘भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से मिले संदेश का स्वागत किया है’. पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान ख़ान ने दावा किया है कि प्रधानमंत्री मोदी ने उन्हें संदेश भेजकर पाकिस्तान के लोगों को ‘राष्ट्रीय दिवस की बधाई दी है’.
पीएम मोदी के संदेश पर भारत सरकार की ओर से अभी तक आधिकारिक तौर पर इस बारे में कोई जानकारी नहीं दी गई है. पाकिस्तान ने शुक्रवार को ‘नेशनल डे’ मनाया.
दूसरी तरफ़, शुक्रवार शाम दिल्ली स्थित पाकिस्तान के उच्चायोग में पत्रकारों को पाकिस्तान दिवस के कार्यक्रम में शामिल होने से रोक दिया गया. इनसे कहा गया कि वो इस कार्यक्रम में शामिल न हों, क्योंकि भारत सरकार ने इसका बहिष्कार किया है.
इसे लेकर शुक्रवार की सुबह भारत के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने जानकारी दी थी कि भारत का कोई प्रतिनिधि दिल्ली स्थित पाकिस्तान के उच्चायोग में होने वाले समारोह में हिस्सा नहीं लेगा.
रवीश कुमार ने कहा था कि भारत का रुख साफ़ है कि अगर पाकिस्तान भारत प्रशासित कश्मीर के अलगाववादियों को कार्यक्रम में आमंत्रित करता है तो भारत उसमें शरीक नहीं होगा.
https://twitter.com/MEAIndia/status/1109033039651172352
उधर, भारत की विपक्षी पार्टी कांग्रेस ने केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार से सवाल किया है, ‘क्या इमरान ख़ान का दावा सही है?’
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान ख़ान ने भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से संदेश मिलने का दावा करते हुए ट्विटर पर जानकारी दी, " "पीएम मोदी की ओर से संदेश मिला है."
https://twitter.com/ImranKhanPTI/status/1109127507469586432
इमरान ख़ान ने आगे प्रधानमंत्री मोदी की ओर से भेजे गए संदेश की जानकारी दी है. उनके मुताबिक मोदी ने लिखा, "पाकिस्तान के नेशनल डे के मौके पर मैं पाकिस्तान के लोगों को अपनी बधाइयां और शुभकामनाएं देता हूं. ये ऐसा वक़्त है जब उपमहाद्वीप के लोगों को चरमपंथ और हिंसा से मुक्त वातावरण में लोकतांत्रिक, शांतिपूर्ण, प्रगतिशील और समृद्ध क्षेत्र के लिए काम करना चाहिए."
इमरान ख़ान ने एक अन्य ट्वीट में लिखा है कि वो मानते हैं कि ये मौका ‘सभी मुद्दों ख़ासकर कश्मीर के केंद्रीय मुद्दे को सुलझाने के लिए भारत के साथ समग्र बातचीत शुरू करने और हमारे लोगों की शांति और समृद्धि पर आधारित नए रिश्ते बनाने का है.’
https://twitter.com/ImranKhanPTI/status/1109145018760085515
उधर, कांग्रेस ने इमरान के दावों पर भारत सरकार से स्थिति स्पष्ट करने को कहा है.
कांग्रेस ने प्रधानमंत्री कार्यालय से ये स्पष्ट करने को कहा है कि दिल्ली में पाकिस्तान उच्चायुक्त के कार्यक्रम का बहिष्कार करने के भारत सरकार के फ़ैसले के बाद क्या नरेंद्र मोदी ने पाकिस्तान के नेशनल डे पर इमरान ख़ान को बधाई दी है.
कांग्रेस की प्रवक्ता प्रियंका चतुर्वेदी ने पूछा कि क्या पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान ख़ान का ये दावा सच है.
प्रियंका ने ट्वीट किया, "मैं उम्मीद करती हूँ कि प्रधानमंत्री कार्यालय ये स्पष्ट करेगा कि बधाई संदेशों के आदान-प्रदान का इमरान ख़ान का ट्वीट सही है. ख़ासकर तब जब सरकार ने भारत में इस कार्यक्रम का बहिष्कार किया. राष्ट्र ये जानना चाहता है….."
https://twitter.com/priyankac19/status/1109131668311470080
https://twitter.com/Radhika_Khera/status/1109156330890280961
रिश्तों में खटास
कूटनीतिक विश्लेषक मौजूदा दौर को भारत और पाकिस्तान के रिश्तों के लिहाज हालिया बरसों का सबसे तनाव वाला वक़्त बता रहे हैं.
दोनों देशों के बीच तल्खी की हालिया शुरुआत बीती 14 फरवरी को भारत प्रशासित कश्मीर के पुलवामा में सीआरपीएफ के काफ़िले पर हुए हमले के बाद हुई. इस हमले में 40 से ज़्यादा जवानों की मौत हुई. हमले के लिए जैश ए मोहम्मद को ज़िम्मेदार बताया जा रहा था.
जैश-ए-मोहम्मद के प्रमुख मसूद अज़हर के पाकिस्तान में होने और जैश की गतिविधियां पाकिस्तान से संचालित होने को लेकर भारत ने पाकिस्तान पर चरमपंथ को संरक्षण देने का आरोप लगाया.
वायुसेना की कार्रवाई
भारत ने बीती 26 फरवरी को दावा किया कि भारतीय वायुसेना के लड़ाकू विमानों ने पाकिस्तान के बालाकोट में जैश के ठिकानों को निशाना बनाया.
भारत ने ख़ुफिया सूचना के आधार पर दावा किया कि जैश के चरमपंथी भारत में हमले की साजिश रच रहे थे. पाकिस्तान ने भारतीय विमानों के अपने क्षेत्र में आने की बात मानी लेकिन भारतीय वायु सेना के मिशन के कामयाब होने पर सवाल उठाए.
इसके बाद 27 फरवरी को पाकिस्तान की वायुसेना के विमान भी भारतीय क्षेत्र में दाखिल हुए. भारत की जवाबी कार्रवाई के दौरान भारतीय वायुसेना का एक मिग विमान क्रैश हो गया और पैराशूट के जरिए पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में उतरे भारतीय वायुसेना के विंग कमांडर अभिनंदन वर्तमान को पाकिस्तान सेना ने गिरफ़्तार कर लिया.
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने 28 फरवरी को ‘शांति की पहल’ के तहत उन्हें रिहा करने की बात की. पाकिस्तान ने 1 मार्च को वाघा-अटारी सीमा पर अभिनंदन को भारत के हवाले कर दिया.
हालांकि, इसके बाद भी दोनों देशों के रिश्तों में बनी तल्खी कम नहीं हुई और दोनों ही देश एक दूसरे पर नियंत्रण रेखा पर संघर्ष विराम के उल्लंघन का आरोप लगाते रहे हैं.
भारत लौटते ही बोले विंग कमांडर अभिनंदन "बहुत अच्छा लग रहा है"
इमरान ख़ान ने कहा, जवाब देना हमारी मजबूरी थी और दिया
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