कोलकाता : ग्लोबल दुनिया में जिस तरह से मोबाइल फोन की मांग बढ़ रही है, वैसे में हमारे अंदर हमेशा यह डर बना रहता है कि मोबाइल फोन और टावर से निकलने वाले विकिरण का स्वास्थ्य में दूरगामी प्रभाव पड़ सकता है. विशेषज्ञों एवं चिकित्सकों के एक समूह ने इन आशंकाओं को खारिज किया है कि मोबाइल फोन और टावर से विकिरण का हानिकारक प्रभाव हमारे स्वास्थ्य में पड़ता है.
सेल्यूलर आपरेटर एसोसिएशन ऑफ इंडिया (सीओएआइ) के जागरुकता अभियान के तहत विशेषज्ञों ने मोबाइल फोन उपयोगकर्ताओं को आश्वस्त किया है कि विकिरण से किसी व्यक्ति का स्वास्थ्य प्रभावित नहीं होता है. मुम्बई स्थित जाने माने रेडियोलाजिस्ट तथा इंडियन रेडियोलाजी एंड इमैजिंग एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ भाविन जंखारिया ने कहा, मोबाइल टावर विकिरण एक तरह का विकिरण है और हमारा मानना है कि इससे मनुष्यों पर कोई बडा हानिकारक प्रभाव नहीं पड़ता है.
उन्होंने कहा कि यह पूरा मुद्दा तब शुरु हुआ जब कुछ लोगों ने बिना आधार के ही कैंसर और दूरसंचार टावरों में संबंध जोड़ दिया. भारत के कई पर्यावरण समूहों, एनजीओ और कार्यकर्ताओं ने सेलफोन टावर और मोबाइल फोन टावर से निकलने वाले इलेक्ट्रोमैग्नेटिक फील्ड से स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव के संबंध में चिंता व्यक्त की थी.