अक्षय कुमार निर्मित फ़िल्म ‘फ़गली’ से अपने बॉलीवुड करियर की शुरुआत करने वाली हीरोइन कियारा आडवाणी के बारे में एक बात बहुत कम लोगों को पता है और वो ये कि कियारा हिंदी सिनेमा के सबसे शुरुआती लीडिंग मैन में से एक अशोक कुमार की नातिन हैं.
40 और 50 के दशक की फ़िल्मों के हीरो और बाद की फ़िल्मों में कई बेहतरीन चरित्र भूमिकाएं निभाने वाले अपने नाना अशोक कुमार की उनके ज़ेहन में क्या यादें हैं?
कियारा ने बीबीसी को बताया, “मैं जब बहुत छोटी थी, तभी अशोक कुमार जी का निधन हो गया था. इस वजह से मैं उनको उतना नहीं जानती. लेकिन उनका वो गाना रेलगाड़ी-रेलगाड़ी बहुत पसंद है. इसके अलावा उनकी फ़िल्म ज्वैल थीफ़ भी बेहद भाती है. अब मैं उनकी और फ़िल्में भी देखूंगी”
माधुरी, जूही की फ़ैन

कियारा आडवाणी, मशहूर अभिनेता अशोक कुमार की नातिन हैं.
लेकिन फ़िल्मी परिवार से ताल्लुक़ होने की वजह से वो फ़िल्मों में कतई नहीं आई. कियारा तो यही दावा करती हैं.
वो कहती हैं, “मैं अभिनेत्री इसलिए बनी क्योंकि मैं बनना चाहती थी. बचपन से माधुरी दीक्षित, जूही चावला और करीना कपूर को देखकर डांस किया करती थी. मुझे तभी से फ़िल्मों का कीड़ा लग गया था.”
कियारा बताती हैं कि उन्होंने बाक़ायदा कत्थक और भरतनाट्यम जैसे शास्त्रीय नृत्य की ट्रेनिंग ली.
सलमान ख़ान की सलाह
वो अपने बॉलीवुड में आने के लिए अभिनेता सलमान ख़ान का भी योगदान मानती हैं.
कियारा की मां और सलमान ख़ान दोस्त हैं.
कियारा कहती हैं, “मैं बहुत छोटी थी तभी से एक्टर बनना चाहती थी. तब सलमान सर ने कहा कि पहले तुम्हें अपने आपको ग्रूम करना होगा. उन्होंने मुझे बताया कि कड़ी मेहनत का कोई विकल्प नहीं.”
पहली फ़िल्म की घबराहट
‘फ़गली’ में कियारा के अलावा संदीप मारवाह और मुक्केबाज़ विजेंदर सिंह जैसे नए कलाकार और जिमी शेरगिल भी हैं.
वो बताती हैं कि जब शूटिंग के वक़्त कई बार वो और संदीप नर्वस हो जाते थे तो जिमी शेरगिल बहुत हंसते थे और बताते थे कि उनकी शुरुआती फ़िल्मों में से एक ‘मोहब्बतें’ के वक़्त भी जब वो अमिताभ बच्चन और शाहरुख़ ख़ान जैसे कलाकारो के सामने कैमरे का सामना करते थे तो यूं ही घबरा जाते थे.
‘फ़गली’ इस शुक्रवार को रिलीज़ हुई लेकिन समीक्षकों की तरफ़ से फ़िल्म को नकारात्मक प्रतिक्रिया मिली.
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