ईरान की राजधानी तेहरान में धूल भरे तेज़ तूफ़ान से कम से कम चार लोग मारे गए हैं और लगभग तीस घायल हुए हैं.
इस तूफ़ान के दौरान 110 किलोमीटर प्रति घंटा तक की रफ़्तार से हवाएं चलीं, जिसमें बहुत से पेड़ उखड़ गए और कई घरों की खिड़कियों को नुक़सान हुआ.
चश्मदीदों ने बीबीसी को बताया कि तूफ़ान के कारण उठी धूल से आसमान नारंगी हो गया. संवाददाताओं का कहना है कि तेहरान में इस तरह के तूफ़ान आम तौर पर नहीं आते हैं.
इससे न सिर्फ़ बिजली चली गई बल्कि कई जगहों पर कई हादसे भी हुए क्योंकि धूल और मिट्टी ने पूरे शहर को अपनी चपेट में ले लिया.
समाचार एजेंसी एपी का कहना है कि कुछ हवाई उड़ानों के रास्ते भी तूफ़ान के कारण बदलने पड़े.
तेहरान में एक दुकानदार ने एपी को बताया, “बहुत ही भयानक तूफ़ान था और अनाचक अंधेरा घिर आया. मैंने तुरंत दुकान का शटर गिरा दिया ताकि ज़्यादा नुकसान न हो. एक बड़ा पेड़ गिर गया जिससे मेरी खिड़कियां टूट गईं.”
इस तूफ़ान में कितने लोग मारे गए हैं, ये अभी स्पष्ट नहीं है. ईरान के सरकारी टीवी ने जहां पांच लोगों के मारे जाने की ख़बर दी है, वहीं ईरान की सरकारी समाचार एजेंसी इरना ने चार लोगों की मौत की बात कही है.
बताया जाता है कि पेड़ गिरने से भी कई मौतें हुई हैं.
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