।। दक्षा वैदकर।।
एक अच्छा लीडर वही है, जो अपने कर्मचारियों में टीम भावना को पैदा कर सके. यह बेहद जरूरी है, क्योंकि जब लोग एक साथ मिल कर काम करते हैं, तो सफलता निश्चित रूप से मिलती है. टीम भावना पैदा करने के लिए जरूरी है कि ऑफिस का माहौल लाइट रखें. कई बार देखा जाता है कि टीम मेंबर्स काम के दबाव में बेहद गंभीर रहते हैं और किसी भी तरह का मजाक पसंद नहीं करते. इसके बजाय आपको वर्कप्लेस पर इस तरह का माहौल तैयार करना चाहिए कि हल्की-फुल्की मस्ती भी चलती रहे. इससे काम के तनाव से मुक्ति मिलती है और टीम मेंबर्स एक-दूसरे के साथ सहजता से बात कर पाते हैं. अगर आप सिर्फ काम पर फोकस करेंगे, तो टीम मेंबर्स बहुत ज्यादा परेशान हो सकते हैं. लीडर्स के लिए कुछ सुझाव. ऑफिस के अलावा आप सभी मिल कर कहीं बाहर भी घूमने जा सकते हैं. जरूरी नहीं है कि ऑफिस की तरफ से ही साल में एक बार पिकनिक पर ले जाया जाये. आप ग्रुप बना कर, कॉन्ट्री कर फिल्म देख सकते हैं, बर्थडे पार्टी कर सकते हैं. टी-पार्टी या आइसक्रीम पार्टी कर सकते हैं. इस तरह सभी को घूलने-मिलने का मौका मिलेगा और टीम भावना बढ़ेगी.
ऑफिस में ऐसे कई लोग हैं जो टीम में शामिल नहीं हो पाते. दूर-दूर रहते हैं. आपको उनकी परेशानियों को समझना होगा और उसे दूर करना होगा. हो सकता है कि उनकी कोई फैमिली प्रॉब्लम हो. यह भी हो सकता है कि वे ग्रुप में खुद को मिस फिट समझते हों. बेहतर होगा कि आप उनसे बात करें. उन्हें बताएं कि टीम के साथ रहना और उनके साथ ऑफिस के अलावा समय गुजारना क्यों जरूरी है. कई लोग समझाने के बावजूद भी टीम की किसी पार्टी में शामिल नहीं होते. वे बहाना बनाते हैं. कभी बीमार होने का, तो कभी घर में मेहमान आने का. जब आप दो-तीन बार इस तरह की हरकतें देख लें, तो उस व्यक्ति को अकेला छोड़ दें.
जब वह देखेगा कि बाकी लोगों की बॉन्डिंग साथ घूमने-फिरने की वजह से मजबूत हो गयी है और वह अलग-थलग पड़ गया है, तो वह खुद-ब-खुद आपकी टीम में शामिल होने की कोशिश करेगा.
बात पते की..
टीम भावना भी बढ़ेगी, जब हम एक-दूसरे को जानेंगे. इसलिए जरूरी है कि ऑफिस में काम के अलावा भी अन्य तरह की बातें होती रहें.
अपने ग्रुप के साथ रहने की कोशिश करें. यदि आप हर बात उनके साथ समय बिताने का मौका खोयेंगे, तो निश्चित रूप से अकेले रह जायेंगे.