‘स्नैपचैट क्वीन’ कही जा रही 21 साल की फ़ातिमा ख़ान को गुप्त रूप से अपने प्रेमी की हत्या की योजना बनाने का दोषी पाया गया है.
हालांकि फ़ातिमा ने कहा है कि वो अपने प्रेमी ख़ालिद सफ़ी की हत्या में किसी भी तरह से शामिल नहीं थीं. उनका कहना है कि मरते वक़्त ख़ालिद सफ़ी का वीडियो बनाने के लिए वो बेहद ‘शर्मिंदा’ हैं.
उनकी दलील सुनने के बाद कोर्ट ने उन्हें हत्यारे के बराबर का दोषी करार दिया है.
क्या हुआ था हत्या के दिन?
ये मामला 1 दिसंबर 2016 का है. लंदन के नॉर्थ ऐक्टन इलाक़े में फ़ातिमा के प्रेमी ख़ालिद सफ़ी पर उनके एक दीवाने रज़ा ख़ान ने चाकू से हमला किया था.
रज़ा ने ख़ालिद के सीने पर कई वार किए और एक बार उनका चाकू ख़ालिद के सीने के पार हो गया.
ख़ून से लथपथ ख़ालिद जिस वक़्त दम तोड़ रहे थे, उस समय उनकी मदद करने की जगह फ़ातिमा ने जेब से मोबाइल फ़ोन निकाला और उनका वीडियो बनाना शुरू कर दिया. बाद में उन्होंने ये वीडियो एक संदेश के साथ सोशल मीडिया साइट स्नैपचैट पर पोस्ट किया.
चश्मदीदों का कहना है कि वो ख़ालिद की मदद करने की कोशिश कर रहे थे. उनमें से एक ने फ़ातिमा से पूछा भी था कि आपका इरादा क्या है? क्या आप इस मरते हुए शख़्स का वीडियो सोशल मीडिया पर डालने वाली हैं?
सोशल साइट पर मौत की वीडियो
कुछ घंटों बाद फ़ातिमा ने ख़ालिद का ये वीडियो स्नैपचैट पर पोस्ट कर दिया. साथ में उन्होंने लिखा, "ये अंजाम होता है जब लोग मुझसे पंगा लेते हैं."
कोर्ट में वीडियो को सोशल मीडिया पर पोस्ट करने के अलावा, उनका ‘पंगा’ लेने वाली बात लिखना भी अपमानजनक माना गया.
पुलिस ने जब इस मामले की तफ़्तीश की तो उन्हें कई हैरान करने वाली बातें पता चलीं.
पुलिस ने एक सीसीटीवी फ़ुटेज में पाया कि 18 साल के ख़ालिद जिस वक़्त ख़ून से लथपथ पड़े थे, फ़ातिमा उस वक़्त एक फ़ोन से वीडियो फ़िल्मा रही थीं और दूसरे फ़ोन से बात कर रही थीं.
जाँच में पाया गया कि उस समय वो रज़ा ख़ान से ही बात कर रही थीं जो ख़ालिद को मारने के बाद फ़रार हो गए थे.
दोस्त ने पेश किया सबूत
इस घटना से जुड़ी सभी तस्वीरें और वीडियो स्नैपचैट से 24 घंटे बाद हटा ली गई थीं.
उन घंटों में फ़ातिमा के ही एक दोस्त ने सभी स्नैपचैट संदेशों की एक कॉपी बना ली. बाद में इन्हें सबूत के तौर पर कोर्ट में पेश किया गया.
फ़ातिमा की वकील ने कोर्ट में ये दलील दी थी कि फ़ातिमा को अपने जीवन से जुड़ी सभी चीज़ें सोशल मीडिया पर पोस्ट करने की ‘लत’ थी.
कुछ लोगों ने बताया कि वो स्नैपचैट पर काफ़ी मशहूर थीं और ख़ुद को ‘स्नैपचैट क्वीन’ कहा करती थीं.
कोर्ट में इस मामले को लेकर सोशल मीडिया के कुछ जानकार लोगों ने भी अपनी राय पेश की.
फ़ातिमा का बचाव कर रहे वकील क़रीम फ़ौद ने कहा, "फ़ातिमा उन युवाओं में से एक हैं जिनके लिए सोशल मीडिया ही उनकी ज़िन्दगी है और वो उसके हिसाब से अपने जीवन को बदल रहे हैं. ये स्थिति अच्छी नहीं है."
रज़ा ख़ान कौन थे?
ख़ालिद कई साल से फ़ातिमा के बॉयफ़्रेंड थे. हालांकि दोनों के बीच रिश्ता कमज़ोर ही था.
ख़ालिद से पहले फ़ातिमा का एक और बॉयफ़्रेंड रहा था. 19 साल के रज़ा ख़ान का प्रेम संबंध भी फ़ातिमा के साथ था. वो उन्हें स्नैपचैट पर फ़ॉलो करते थे.
वो उन सभी संदेशों को देखते थे जो फ़ातिमा स्नैपचैट पर पोस्ट करती थीं.
पुलिस को मिली जानकारी के अनुसार, ख़ालिद और रज़ा के बीच फ़ातिमा को लेकर एक बार पहले लड़ाई हो चुकी थी.
इस झगड़े के बाद फ़ातिमा ने ख़ालिद के बारे में अपने दोस्तों से कहा था कि ख़ालिद पीछे पड़ा रहनेवाला लड़का है. कोर्ट में सुनवाई के दौरान कई और चीज़ें भी सामने आईं जिनसे पता चला कि धीरे-धीरे ‘पानी उनके सिर से ऊपर’ जा रहा था.
इस झगड़े के बाद ख़ालिद सफ़ी, फ़ातिमा के लिए एक घड़ी लेकर उनके घर भी गए थे, लेकिन ग़ुस्से में फ़ातिमा ने वो घड़ी खिड़की से बाहर फेंक दी थी. वो नहीं चाहती थीं कि ख़ालिद उनके घर आएं.
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रज़ा आज भी फ़रार
अदालत में सुनवाई के दौरान ये भी पता लगा कि रज़ा ख़ान ख़ालिद की हत्या करने वाला है और ये बात फ़ातिमा को पहले से पता थी. वो इसके लिए सहमति भी व्यक्त कर चुकी थीं.
फ़ातिमा ने ही रज़ा को बताया था कि ख़ालिद उन्हें कहां मिलेगा और किस वक़्त हमला करना ठीक होगा.
सीसीटीवी फ़ुटेज में देखा गया कि जब ख़ालिद को रज़ा ख़ान हाथ में चाकू लेकर आता दिखाई दिया तो उन्होंने पेचकस हाथ में उठा लिया. दोनों के बीच क़रीब 15 सेकेण्ड तक हाथापाई भी हुई थी.
ख़ालिद के गिरने के बाद रज़ा ख़ान वहां से भाग गया. वो अभी भी फ़रार हैं. उनके ठिकाने के बारे में पुलिस को अब तक कोई जानकारी नहीं है.
अभियोजन पक्ष की केट बेक्स ने सुनवाई के दौरान कहा, "फ़ातिमा की नज़रों के सामने ख़ालिद की हत्या की गई. लेकिन ना तो उन्होंने आपातकालीन सेवाओं को बुलाने की कोशिश की और ना ही ख़ालिद सफ़ी की मदद करने की कोशिश की. उन्होंने कुछ देर बाद टैक्सी बुलाई और वहाँ से चली गईं."
हालांकि फ़ातिमा के वकील ने कोर्ट में दलील ज़रूर दी कि वो इस घटना से सदमे में थीं और उन्होंने ये वीडियो मदद मांगने के लिए ही बनाया था.
उस रात घर पहुंचने के बाद फ़ातिमा ने जो अंतिम स्नैपचैट वीडियो बनाया था उसमें वो हँसते हुए अपने परिजनों से बात करती दिखाई दे रही थीं और उन्हें देखकर कोई नहीं कह सकता था कि वो किसी की हत्या देख घर लौटी हैं.
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