उत्तर प्रदेश के बदायूँ में दो लड़कियों के साथ सामूहिक बलात्कार और फिर उनकी हत्या के मामले में पुलिस ने तीन लोगों को गिरफ़्तार किया है, इनमें एक पुलिसकर्मी भी है.
पुलिस को इस मामले में दो अन्य लोगों की तलाश है, जिनमें एक पुलिसकर्मी भी है. पीड़ित परिवार का आरोप है कि उन्होंने पुलिस से मदद की गुहार लगाई थी, लेकिन उन्होंने उनकी मदद नहीं की.
बदायूँ ज़िले के कटरा शहादतगंज गाँव में दो नाबालिग लड़कियों के शव पेड़ से लटके हुए पाए गए.
इनमें से एक की उम्र 14 साल और दूसरी की उम्र 16 साल थी.
बदायूँ के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अतुल सक्सेना ने बीबीसी को बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में बलात्कार की पुष्टि हुई है. इसमें मौत का कारण फांसी सामने आया है.
रिपोर्ट का विश्लेषण करने के लिए और अन्य जानकारी इकट्ठा करने के लिए मौके पर फ़ॉरेंसिक जांच टीम पहुंच गई है.
पुलिसकर्मी निलंबित
परिजनों ने आरोप लगाया है कि इलाके की पुलिस चौकी के दो सिपाही भी इस घटना में मिले हुए हैं क्योंकि शिकायत के बाद भी उन्होंने कोई कार्रवाई नहीं की.
‘बलात्कारी को ग़िरफ़्तार करवाना चाहती हो तो खुद खोजो’
अतुल सक्सेना ने बताया कि लापता होने की रिपोर्ट न दर्ज करने के आरोप में दो सिपाहियों और चौकी इंचार्ज को निलंबित कर दिया गया है. पुलिस ने एक सिपाही को गिरफ़्तार कर लिया है.
बुधवार को दोनों लड़कियों का पोस्टमॉर्टम और अंतिम संस्कार किया गया था.
(बीबीसी हिन्दी के एंड्रॉएड ऐप के लिए आप यहां क्लिक कर सकते हैं. आप हमें फ़ेसबुक और ट्विटर पर फ़ॉलो भी कर सकते हैं.)