डिस्टेंस एजुकेशन (दूरस्थ शिक्षा) ज्ञान के साथ डिग्री प्राप्त करने का सुलभ एवं सस्ता माध्यम है. यह उन युवाओं के लिए वरदान है, जो प्रोफेशनल कैरियर को आकार देने के लिए प्रयासरत हैं, पर विभिन्न कारणों से नियमित प्रोफेशनल डिग्री प्राप्त करने में सक्षम नहीं हैं. आइए जानें दूरस्थ शिक्षा के जरिये उपलब्ध प्रोफेशनल कोर्सेज के बारे में..
इस वक्त एक ओर विभिन्न संस्थानों में नियमित कोर्सेज में दाखिले की प्रक्रिया जारी है, वहीं दूरस्थ शिक्षा के संस्थान भी नये-नये कोर्स शुरू कर अपनी पकड़ मजबूत कर रहे हैं. नौकरी करने या किन्हीं अन्य कारणों से नियमित कोर्स में दाखिला नहीं ले प्राप्त करनेवालों के लिए दूरस्थ शिक्षा आगे की पढ़ाई जारी रखने का सुलभ एवं सस्ता विकल्प होता है. यह उन युवाओं के लिए खासा मददगार है, जिनके लिए आगे की पढ़ाई दूर की कौड़ी की तरह हो चुकी होती है. देश में कई अच्छे संस्थान हैं, जो दूरस्थ शिक्षा प्रदान करने में अहम भूमिका निभा रहे हैं. आज दूरस्थ शिक्षा का मतलब सिर्फ बेसिक पढ़ाई नहीं है, बल्कि अब प्रोफेशनल कोर्स भी इसके माध्यम से आसानी से किये जा सकते हैं. इन कोर्सो को देश-विदेश में मान्यता हासिल है.
लगातार बढ़ती पहचान
शुरुआत में दूरस्थ शिक्षा के लिए अलग से संस्थान खोले गये. ये मुख्यत: ओपन विश्वविद्यालयों के नाम से जाने जाते रहे हैं. इनके कुछ नाम हैं – इंदिरा गांधी नेशनल ओपन यूनिवर्सिटी (इग्नू), दिल्ली यूनिवर्सिटी का कैंपस ऑफ ओपन लर्निग आदि.
दूरस्थ शिक्षा को नया आयाम देने में प्रतिष्ठित संस्थानों के इस क्षेत्र में प्रवेश और इंटरनेट कोर्सेस की शुरुआत की बड़ी भूमिका है. इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट (आइआइएम) जैसे संस्थानों ने भी दूरस्थ शिक्षा के माध्यम से कई तरह के कोर्स शुरू किये हैं. आइआइएम में दूरस्थ शिक्षा के माध्यम से कराये जानेवाले कोर्स इस प्रकार हैं – एग्जीक्यूटिव पोस्ट ग्रेजुएट प्रोग्राम, एग्जीक्यूटिव एजुकेशन प्रोग्राम इन जनरल मैनेजमेंट, एग्जीक्यूटिव एजुकेशन प्रोग्राम इन स्ट्रेटेजिक मैनेजमेंट, एग्जीक्यूटिव प्रोग्राम इन यंग प्रोफेशनल्स आदि.
उपलब्ध प्रोफेशनल कोर्स
अमूमन दूरस्थ शिक्षा देनेवाले विश्वविद्यालयों में जो प्रोफेशनल कोर्स कराये जाते हैं, उनमें प्रमुख हैं- बैचलर ऑफ सोशल वर्क (बीएसडब्ल्यू), बैचलर ऑफ लाइब्रेरी एंड इंफॉर्मेशन साइंस (बीएलआइएस), बैचलर ऑफ कंप्यूटर अप्लीकेशन (बीसीए), बैचलर ऑफ इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी (बीआइटी), बैचलर ऑफ एजुकेशन (बीएड), बैचलर ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन (बीबीए), बीए टूरिज्म स्टडीज, बीए प्रिपरेटरी प्रोग्राम, मास्टर्स ऑफ कंप्यूटर अप्लीकेशन (एमसीए), एमएससी डाइटिक्स एंड फूड सर्विसेस मैनेजमेंट, एमए टूरिज्म मैनेजमेंट, एमए सोशल वर्क, एमएसडब्ल्यू काउंसेलिंग आदि.
डिग्री नहीं ज्ञान पर दें ध्यान
दूरस्थ शिक्षा ऐसे लोगों के लिए वरदान साबित होती है, जिनके पास नियमित पढ़ाई करने का समय नहीं होता. हालांकि अधिकतर देखा गया है कि दूरस्थ शिक्षा लेनेवाले लोगों का ध्यान पढ़ाई से मिलनेवाले ज्ञान पर कम डिग्री पर ज्यादा होता है. ऐसे में दूरस्थ शिक्षा से पढ़ाई करने का कोई फायदा नहीं निकलता. इसके माध्यम से पढ़ाई करनेवाले लोगों को विश्वविद्यालय या संस्थान से मिलनेवाले स्टडी मैटेरियल को अच्छे से पढ़ना चाहिए. इग्नू इस आधार पर सबसे अच्छा दूरस्थ शिक्षा संस्थान माना जाता है. इग्नू के विभिन्न कोर्सो का पाठ्यक्रम दूरस्थ शिक्षा में एक उदाहरण स्थापित करता है. अगर विद्यार्थी इग्नू से कर रहे कोर्स का स्टडी मैटेरियल अच्छे से नहीं पढ़ा, तो वह कोर्स पूरा नहीं कर पाता. यही कारण है कि इग्नू से कोर्स पूरा करनेवाले व्यक्ति के लिए कहा जाता है कि उसके पास अपने विषय में अच्छा ज्ञान होगा. आपके लिए सलाह यही है कि सिर्फ डिग्री प्राप्त करने का रवैया न रखें, बल्कि कोर्स से संबंधित विषय पर अच्छी पकड़ बनाने पर जोर दें.
त्नआशीष आदर्श, कैरियर काउंसेलर