लाहौर : पाकिस्तान के गृह मंत्री अहसन इकबाल की सोमवार को लगातार दो सफल सर्जरी की गयी. आम चुनाव से कुछ हफ्ते पहले पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में रविवार को एक धार्मिक कट्टरपंथी ने इकबाल की हत्या के प्रयास में उन्हें गोली मार दी थी. घटना के सिलसिले में एक और संदिग्ध को गिरफ्तार किया गया है.
पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) के वरिष्ठ नेता इकबाल (59) को रविवार के हमले में एक गोली दाहिने कंधे में लगी थी. हमला इकबाल के अपने निर्वाचन क्षेत्र नरोवाल में एक चुनावी रैली को संबोधित किये जाने के बाद हुआ. यहां सर्विसेज अस्पताल के एक अधिकारी ने कहा कि सर्जरी सफल रही और इकबाल की स्थिति में अच्छा सुधार हो रहा है. उन्होंने कहा, ‘इकबाल अब खतरे से बाहर हैं और उनकी हालत में तेजी से सुधार हो रहा है.’ इकबाल की लगातार दो सर्जरी की गयी और अब उन्हें अस्पताल की गहन देखभाल इकाई (आईसीयू) में स्थानांतरित कर दिया गया है. अस्पताल के एक अधिकारी ने कहा, ‘इकबाल के पेट की लैप्रोस्कोपी की गयी है. गोली से पेट के अंदरूनी अंगों को कोई नुकसान नहीं पहुंचा है. उनके पेट से गोली नहीं निकालने का फैसला वरिष्ठ चिकित्सकों के एक समूह ने इस बात को ध्यान में रखते हुए लिया कि इससे उनके ऊतकों को अधिक नुकसान हो सकता है.’ उन्होंने कहा कि गोली मंत्री की दाहिनी कोहनी के जोड़ में भी लगी.
इस बीच, पुलिस ने संदिग्ध अब्दी हुसैन (21) के खिलाफ हत्या के प्रयास और पाकिस्तान दंड संहिता के तहत आतंकवाद के आरोपों और आतंकवाद निरोधक कानून के तहत मामला दर्ज किया है. इसके साथ ही हुसैन के एक सहयोगी अजीम को भी गिरफ्तार किया गया है जो उसके साथ रैली स्थल पर पहुंचा था. संदिग्ध के पास से 30 बोर की एक पिस्तौल और नौ कारतूस बरामद हुए हैं. इकबाल यहां से करीब 80 किलोमीटर दूर स्थित अपने गृह नगर नरोवाल में रविवार की शाम सवा छह बजे एक चुनावी रैली को संबोधित करने के बाद रवाना हो रहे थे. तभी हुसैन ने उन पर गोली चलायी जो उनके हाथ और पेट में लगी. हुसैन के गृह मंत्री पर गोली चलाने के तुरंत बाद पीएमएल-एन के कार्यकर्ताओं ने उसे पकड़ लिया.
नरोवाल के वरिष्ठ पुलिस अधिकारी इमरान किशवार ने कहा कि संदिग्ध को इकबाल पर गोली चलाने का दूसरा अवसर नहीं मिला. प्रारंभिक जांच के अनुसार हुसैन धार्मिक संगठन तहरीक ए लब्बैक यारासुलल्ला पाकिस्तान (टीएलवाईपी) से ताल्लुक रखता है. सूचना मंत्री मरियम औरंगजेब ने कहा, ‘गृह मंत्री पर गोली चलानेवाला संदिग्ध टीएलवाईपी का है. हम इस हमले का उद्देश्य जानते हैं, लेकिन मैं यह कहना चाहूंगी कि यह पीएमएल-एन के खिलाफ बहुत ही खतरनाक खेल खेला जा रहा है.’
पंजाब सरकार ने इकबाल पर हमले की जांच के लिए संयुक्त जांच टीम (जेआईटी) गठित कर दी. जिओ टीवी ने खबर दी है कि पर्याप्त सुरक्षा प्रबंध न करने के आरोप में शाह गरीब थाने के प्रभारी को निलंबित कर दिया गया है. पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि संदिग्ध ने जांचकर्ताओं को बताया कि उसने मंत्री पर इसलिए गोली चलायी क्योंकि वह खत्मे नबुवत से संबंधित धारा संविधान से हटाने को लेकर सत्ताधारी पीएमएल-एन से बदला लेना चाहता था.’ उन्होंने कहा, ‘संदिग्ध एक धार्मिक परिवार से है और टीएलवाईपी का कार्यकर्ता है.’ अधिकारी ने कहा कि हुसैन ने यह कहते हुए बयान दिया कि उसने हमले को ‘अकेले ही अंजाम दिया क्योंकि पीएमएल-एन के निर्णय से उसकी धार्मिक भावनाएं आहत हुई हैं. ‘पीएमएल-एन के संघीय मंत्रियों ख्वाजा साद रफीक और तलाल चौधरी ने आशंका व्यक्त की है कि हमला जून/जुलाई में होनेवाले आम चुनाव में विलंब कराने या फिर पीएमएल-एन को इसमें हिस्सा लेने से रोकने की साजिश हो सकती है.