इंडियन एक्सप्रेस की ख़बर के मुताबिक उत्तर प्रदेश के हाथरस में पिछले कुछ महीनों में एक दलित युवक संजय कुमार ने सरकार से लेकर प्रशासन के हर अधिकारी से मदद की गुहार लगाई है.
उसे मदद चाहिए ताकि वह अपनी होने वाली पत्नी के गांव निज़ामाबाद में बारात लेकर जा सके जो कि एक ठाकुर बहुल गांव है.
गांव के ठाकुरों का कहना है कि जब उनके इलाके वाले रास्ते पर पहले कभी बारात आई ही नहीं तो ये नई मांग क्यों की जा रही है. जो रास्ता दलितों की बारात के लिए इस्तेमाल होता है, वहीं से बारात ले जानी चाहिए.
संजय कुमार ने 15 मार्च को इलाहाबाद हाई कोर्ट में भी याचिका दाखिल की है.
वो कहते हैं, "जब संविधान कहता है कि हम सब बराबर हैं, मुख्यमंत्री आदित्यनाथ कहते हैं कि हम सब हिंदू हैं तो फिर मुझे ऐसी स्थिति का सामना क्यों करना पड़ रहा है?"
संघ प्रचारक की किताब ने राजगुरू को बताया स्वयंसेवक
हिदुंस्तान अख़बार की ख़बर के मुताबिक आरएसएस के पूर्व प्रचारक और पत्रकार नरेंद्र सहगल ने अपनी किताब में राजगुरू को संघ का स्वयंसेवक बताया है.
सहगल की किताब ‘भारतवर्ष की सर्वांग स्वतंत्रता’ में लिखा है कि ‘लाला लाजपत राय की शहादत का बदला लेने के लिए सरदार भगत सिंह और राजगुरू ने अंग्रेज़ अफ़सर सांडर्स को लाहौर के मालरोड पर गोलियों से उड़ा दिया. फिर दोनों लाहौर निकल गए. राजगुरू नागपुर आकर डॉ. हेडगेवार से मिले.’
सहगल का दावा है कि राजगुरू संघ की मोहित बाग शाखा में स्वयंसेवक थे.
इस किताब की प्रस्तावना संघ प्रमुख मोहन भागवत ने लिखी है.
मार्च में नागपुर में हुई अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा में इस किताब की प्रतियां बांटी गई थीं.
महाभियोग प्रक्रिया में शामिल सांसद नहीं कर सकेंगे वकालत
दैनिक जागरण की ख़बर के मुताबिक बार काउंसिल ऑफ़ इंडिया ने बड़ा फ़ैसला लेते हुए सांसद और विधायक बने अधिवक्ताओं को कोर्ट के कामकाज में शामिल होने की अनुमति दे दी.
लेकिन जो अधिवक्ता हाई कोर्ट और सुप्रीम कोर्ट के जजों पर महाभियोग चलाने की कार्रवाई में शामिल होंगे, उन्हें वकालत करने की इजाज़त नहीं होगी.
सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश दीपक मिश्रा के ख़िलाफ़ महाभियोग का प्रस्ताव लाने में जुटे कांग्रेस और और विपक्ष के कई नेताओं को इस फ़ैसले से झटका लगा है.
बार काउंसिल के चेयरमैन मनन कुमार मिश्र ने बताया कि ये फ़ैसला ताक़त का दुरूपयोग रोकने और अधिवक्ता के विशेषाधिकार की रक्षा के लिए है.
‘भाजपा मंत्रियों ने कार्यशैली ना बदली तो बदल देंगे चेहरे‘
अमर उजाला की ख़बर के मुताबिक राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रचार प्रमुख डॉ. मनमोहन वैद्य ने जम्मू में भाजपा मंत्रियों पर गंभीर रुख़ अख्तियार किया है.
मंत्रियों को चेतावनी दी है कि यदि उनकी कार्यशैली नहीं बदली तो चेहरे बदलने में देर नहीं लगेगी.
कहा है कि वह अपनी कार्यशैली में तत्काल बदलाव कर कार्यकर्ताओं की नाराज़गी को दूर करें.
वैद्य ने संघ नेताओं से सरकार तथा मंत्रियों की कार्यप्रणाली पर मिले फ़ीडबैक के आधार पर शनिवार को प्रदेश संघ मुख्यालय में भाजपा मंत्रियों, विधायकों तथा संगठन पदाधिकारियों को तलब किया था.
भोपाल जेल में सिमी कैदियों को किया गया प्रताड़ित!
इंडियन एक्सप्रेस की ख़बर के मुताबिक नेशनल ह्यूमन राइट्स कमीशन की रिपोर्ट के मुताबिक भोपाल सेंट्रल जेल में बंद 21 सिमी संगठन के कैदियों के साथ जेल प्रशासन ने कथित तौर पर अत्याचार किया है.
कैदियों ने कमीशन की टीम को बताया कि उन्हें अलग कोठरियों में क़ैद रखा जाता था, जय श्रीराम के नारे लगवाए जाते थे जबकि उनकी क़ुरान फेंक दी गई थी.
अख़बार के मुताबिक अक्तूबर 2016 में कथित सिमी कैदियों के एनकाउंटर के बाद जेल में बंद बाकी सिमी कैदियों के साथ ऐसा सलूक किया गया.
कमीशन ने अपनी 24 पन्नों की रिपोर्ट में बताया है कि कैदियों को शारीरिक और मानसिक प्रताड़ना दी जाती रही है.
हालांकि जेल प्रशासन ने इन आरोपों को ख़ारिज किया है.
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