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यंत्र यंत्रणा भी देता है

आम तौर पर, हम उन मशीनों या उपकरणों को यंत्र कहते हैं, जो विभिन्न कामों में हमारे मददगार होते हैं. लेकिन, यंत्र का रिश्ता तकलीफ देने से भी है. यकीन न हो, तो सबूत है यंत्रणा शब्द. संस्कृत के शब्दकोशों के अनुसार, यंत्रणा में नियंत्रण, दमन, रोक-थाम, प्रतिबंध, कसना, बांधना, बल, बाध्यता, कष्ट, पीड़ा या […]

आम तौर पर, हम उन मशीनों या उपकरणों को यंत्र कहते हैं, जो विभिन्न कामों में हमारे मददगार होते हैं. लेकिन, यंत्र का रिश्ता तकलीफ देने से भी है. यकीन न हो, तो सबूत है यंत्रणा शब्द. संस्कृत के शब्दकोशों के अनुसार, यंत्रणा में नियंत्रण, दमन, रोक-थाम, प्रतिबंध, कसना, बांधना, बल, बाध्यता, कष्ट, पीड़ा या वेदना, हिरासत जैसे अर्थ समाहित हैं. अगर हम हिरासत, कसने-बांधने और पीड़ा के अर्थ को साथ मिला कर देखें, तो यंत्रणा शब्द ‘थर्ड डिग्री टॉर्चर’ का बोध कराता है.

यंत्रणा देने के लिए यंत्रों का भी इस्तेमाल किया जाता है. किसी को बांधने के लिए इस्तेमाल होनेवाली बेड़ी को भी यंत्र कहते हैं. पुराने समय में यन्त्रणा देने के लिए शिकंजे का भी इस्तेमाल होता था. अपराधियों को दंडित करने के लिए उनकी टांगें शिकंजे में कस दी जाती थीं. किसी पर दबाव बढ़ाने के लिए आज भी शिकंजा कसने के मुहावरे का इस्तेमाल होता है. इसी तरह घोर यंत्रणा देने के लिए शिकंजे में खींचना मुहावरा प्रचलन में रहा है.

यंत्र की खूबी किसी यत्न को सफल करने में है. गौरतलब है कि यंत्र और यत्न, दोनों ही शब्द संस्कृत की यत् धातु से बने हैं. यत् में यत्न करने के अलावा सताना, दु:खी करना, परेशान करना, बदला लेना जैसे अर्थ भी है. यत्न से ही यातना शब्द बना है. यत्न का एक अर्थ पीड़ा या कष्ट भी है. इस तरह देखें, तो जैसे यंत्र और यंत्रणा आपसे में जुड़े हुए हैं, उसी तरह यत्न और यातना भी एक दूसरे से संबद्ध हैं. यातना का एक विशिष्ट अर्थ नरक में यम यानी मृत्यु के देवता द्वारा पापियों को दी जानेवाली यातना भी है.

मोनियर विलियम्स शब्दकोश के अनुसार, यत् धातु यम् धातु से बनी है. यम् में भी रोकना, दमन करना, नियंत्रण करना, दबाना, ठहराना जैसे अर्थ हैं. यम् में जो नियंत्रण का भाव है, उसी का विस्तार नियम और संयम शब्दों में है. नियम और संयम शब्द यम् में क्रमश: नि और सम् उपसर्ग लगने से बने हैं. इसी तरह, यंर्त् में ‘नि’ उपसर्ग लगने से नियंर्त् क्रिया बनती है जिसमें यंर्त् जैसा ही अर्थ है, पर कुछ ज्यादा वजन के साथ, कुछ नकारात्मकता के साथ. नियंर्त् से बने नियंत्रण शब्द में इसकी झलक साफ दिखती है. इसके उलट ‘संयंत्र्’ में एक सकारात्मकता है जो यंर्त् में ‘सम्’ उपसर्ग लगा होने की वजह से है. इसी से संयंत्र संज्ञा बनती है, जिसका इस्तेमाल आजकल औद्योगिक प्लांट के लिए किया जाता है. चलते-चलते बता दें कि मराठी में यंत्रणा शब्द का इस्तेमाल पीड़ा नहीं, बल्कि सिस्टम के अर्थ में होता है. उनके लिए यंत्रणा यांत्रिक ढंग से चलनेवाली प्रणाली है.

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