जम्मू के सुंजवान आर्मी कैंप पर शनिवार तड़के हुए चरमपंथी हमले में मृतकों की संख्या बढ़कर 6 हो गई है.
कैंप में अब भी सुरक्षाबलों का सर्च अभियान जारी है. कैंप के फैमिली क्वॉर्टर में फंसे लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला जा रहा है.
इस हमले पर जम्मू-कश्मीर पुलिस की तरफ़ से तैयार की गई रिपोर्ट के मुताबिक़, ‘सुंजवान आर्मी कैंप पर हमले में कम से कम पांच सैनिक और एक आम नागरिक की मौत हुई है. 11 लोग ज़ख़्मी हुए हैं, जिनमें दो सीनियर ऑफिसर और पांच महिलाएं शामिल हैं.’
फैमिली क्वॉर्टर से सैनिक की एक गर्भवती पत्नी को भी सुरक्षित निकाला गया था, जिसने रविवार को एक बच्ची को जन्म दिया.
मृतक सैनिकों की पहचान हवलदार हबीब-उल्लाह क़ुरैशी, नायक मंज़ूर अहमद, लांस नायक मोहम्मद इक़बाल और उनके पिता के रूप में हुई है. इससे पहले दो जूनियर कमिशनर ऑफिसर शनिवार को मारे गए थे.
इंस्पेक्टर जनरल ऑफ पुलिस डॉ एसडी सिंह जमवाल ने रविवार को कहा कि तीन चरमपंथी भी मारे गए हैं और कैंप में अब भी सुरक्षा बलों का अभियान ख़त्म नहीं हुआ है. उन्होंने कहा कि पिछले 24 घंटों से संघर्ष जारी है.
इन चरमपंथियों को जैश-ए-मोहम्मद से जुड़ा बताया जा रहा है. सेना के पीआरओ लेफ़्टिनेंट कर्नल देवेंद्र आनंद ने भी इस बात की पुष्टि की है कि हथियारबंद चरमपंथी जैश-ए-मोहम्मद के हैं. इससे पहले सेना ने जैश-ए-मोहम्मद के झंडे के साथ हथियार और गोला-बारूद बरामद किया था.
जम्मू में आर्मी कैंप पर चरमपंथी हमले में कम से कम दो जवानों की मौत
भारतीय सैन्य प्रमुख जनरल बिपिन रावत भी इस हमले के ख़िलाफ़ जारी सुरक्षा बलों के अभियान पर नज़र रखे हुए हैं.
बिपिन रावत शनिवार देर शाम जम्मू पहुंचे थे. उन्हें स्थानीय कमांडरों ने पूरे घटनाक्रम की जानकारी दी थी.
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