सऊदी अरब में पुलिस का कहना है कि पिछले सप्ताह एक कथित गे शादी के वीडियो में दिखे कई युवाओं को गिरफ़्तार किया गया है.
इस वीडियो में दो पुरुष एक दूसरे के साथ कालीन पर चल रहे हैं और उन पर फूल बरसाए जा रहे हैं. इनमें से एक ने दुल्हन के पोशाक पहन रखी है.
सोमवार शाम मक्का की पुलिस ने बयान जारी कर कहा है कि वीडियो में दिख रहे क्रॉसड्रैसर और अन्य लोगों की पहचान कर लगी गई है.
बयान के मुताबिक इन युवाओं को गिरफ़्तार करने के बाद मामला अदालत भेज दिया गया है.
अभी तक युवकों की पहचान सार्वजनिक नहीं की गई है और न ही उन पर लगे आरोपों के बारे में जानकारी दी गई है.
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सऊदी अरब में समलैंगिकता को लेकर कोई लिखित क़ानून नहीं है.
लेकिन शादी के बाहर सेक्स संबंध रखने वाले, समलैंगिक संबंध रखने वाले या ‘अनैतिक कार्य’ करने वाले लोगों को सज़ा देने के लिए अभियोजक इस्लामिक क़ानून का सहारा लेते हैं.
धार्मिक मूल्यों, सार्वजनिक नैतिकता, निजता और क़ानून व्यवस्था का उल्लंघन करने वाली ऑनलाइन गतिविधियों की रोकथाम के लिए देश में एंटी साइबरक्राइम क़ानन है जिसके तहत सज़ाए दी जाती हैं.
मक्का की पुलिस का कहना है कि कथित समलैंगिक शादी का ये वीडियो शुक्रवार को एक रिजॉर्ट में हुए समारोह के दौरान रिकॉर्ड किया गया है और इसने लोगों को चौंका दिया है.
फ़रवरी 2017 में सऊदी पुलिस ने 35 पाकिस्तानी नागरिकों को गिरफ़्तार किया था जिनमें कई ट्रांसजेंडर महिलाएं थीं.
उनसे से एक मीनो बाजी नाम की महिला की हिरासत में ही मौत हो गई थी. मीनो बाजी के परिजनों का आरोप था कि उनके शरीर पर शोषण के निशान थे. जबकि अधिकारियों का कहना था कि उनकी मौत दिल के दौरे से हुई थी.
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