लाहौर/इस्लामाबाद : पाकिस्तान में प्रधानमंत्री पद से अयोग्य करार दिये गये नवाज शरीफ के आवास की ओर जानेवाली सभी सड़कों को बंद कर दिया गया है और सैकड़ों प्रदर्शनकारियों को आवास तक पहुंचने से रोकने के लिए पुलिस कमांडो तैनात किये गये हैं. एक पुलिस अधिकारी ने शनिवार को इसकी जानकारी दी. तहरीक-ए-खत्म-ए-नबुवत, तहरीक-ए-लब्बैक या रसूल अल्लाह (टीएलवाईआर) और सुन्नी तहरीक पाकिस्तान के करीब 2000 कार्यकर्ताओं ने पिछले दो सप्ताह से ज्यादा समय से इस्लामाबाद एक्सप्रेसवे को अवरुद्ध किया हुआ है. यह सड़क इस्लामाबाद को इसके एकमात्र हवाईअड्डे और सेना के गढ़ रावलपिंडी को जोड़ती है.
राजधानी इस्लामाबादएक्सप्रेसवे की घेराबंदी कर प्रदर्शन कर रहे प्रदर्शनकारियों को हटाने के लिए पुलिस और अर्द्धसैनिक बलों के अभियान शुरू करने के बाद झड़पों में शनिवार को एक शख्स की मौत हो गयी और 150 से अधिक अन्य लोग घायल हो गये.
प्रदर्शनकारी खत्म-ए-नबुवत के उल्लेख के संदर्भ में चुनाव अधिनियम 2017 में बदलावों को लेकर कानून मंत्री जाहिद हमीद के इस्तीफे की मांग कर रहे थे.
लाहौर के एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, हमने जाति उमरा रायविंड में पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के आवास की ओर जानेवाली सड़कों पर एलीट पुलिस कमांडो तैनात किये हैं. उन सभी जगहों पर बड़ी संख्या में पुलिस का दल तैनात किया है जहां शहर में प्रदर्शन हो रहे हैं. उन्होंने कहा कि मौजूदा स्थिति में शरीफ और उनके परिवार के सदस्यों को सड़क मार्ग से यात्रा ना करने की सलाह दी गयी है. अधिकारी ने यह भी बताया कि एक अतिरिक्त पुलिस बल को शाहदरा भेजा गया है ताकि वहां प्रदर्शनकारियों द्वारा बंधक बनाये गये पुलिसकर्मियों को बचाया जा सके. प्रदर्शनकारियों ने पुलिस स्टेशन को घेर लिया था जिससे पुलिसकर्मियों को मजबूरन अपने आप को अंदर बंद करना पड़ा.
प्रदर्शनकारियों ने शाहदरा में पुलिस थाने के बाहर पुलिस वाहनों को भी फूंक दिया. शरीफ ने जाति उमरा स्थित अपने आवास पर शनिवार को एक बैठक की अध्यक्षता भी की जिसमें प्रधानमंत्री शाहिद खाकान अब्बासी शामिल हुए. उन्होंने देश में प्रदर्शनों से उपजी स्थिति पर चर्चा की. पार्टी के एक सूत्र ने कहा, अब्बासी ने नवाज शरीफ के निर्देश पर मीडिया ब्लैक आउट के आदेश दिये हैं.
गौरतलब है कि पाकिस्तान के गृहमंत्री एहसान इकबाल के खिलाफ शुक्रवारको इस्लामाबाद हाईकोर्ट (आईएचसी) ने अदालत की अवमानना का नोटिस जारी किया था जिसके बाद यह अभियान शुरू किया गया. यह नोटिस सड़क खाली कराने से संबद्ध अदालत के आदेश को लागू करने में नाकाम रहने के बाद जारी किया गया. प्रदर्शनकारियों के खिलाफ चल रहे अभियान के बीच पाकिस्तान सरकार ने फेसबुक, ट्विटर और यूट्यूब जैसी लोकप्रिय मीडिया साइट को प्रतिबंधित कर दिया है. तकरीबन सभी समाचार चैनलों को रोक दिये जाने के बाद यह फैसला किया गया. बहरहाल पुलिस अब तक फैजाबाद मोड़ से प्रदर्शनकारियों को हटाने में नाकाम रही है. प्रदर्शनकारी यहां करीब तीन सप्ताह से कब्जा जमाये बैठे हैं. पुलिस ने बताया कि संघर्ष में कम से कम एक सुरक्षाकर्मी की मौत हो गयी और प्रदर्शनकारियों एवं सुरक्षाकर्मियों समेत 150 से अधिक लोग घायल हो गये.