रियाद : सऊदी अरब के एक शहजादे प्रिंस मंसूर बिन मोकरिन असीर की आज एक हेलीकॉप्टर दुर्घटना में मौत हो गयी. शहजादे के साथ अन्य कई अधिकारियों को ले कर जा रहा यह हेलीकॉप्टर सऊदी अरब की यमन से लगने वाली दक्षिणी सीमा के निकट दुर्घटनाग्रस्त हुआ. समाचार चैनल अल-इखबरिया ने असीर प्रांत के उप गवर्नर और पूर्व वली अहद (क्राउन प्रिंस) के बेटे शहजादे मंसूर बिन मोकरेन की मौत की घोषणा की है.
समाचार चैनल ने हेलीकॉप्टर के दुर्घटनाग्रस्त होने के पीछे की वजह या हेलीकॉप्टर पर सवार अन्य अधिकारियों की स्थिति के बारे में कोई जानकारी नहीं दी है. दुर्घटना की खबर ऐसे समय में आई है जब सऊदी अरब ने प्रशासन के शीर्ष स्तर पर बडी फेरबदल की है. शहजादे मोहम्मद बिन सलमान ने सत्ता पर पकड मजबूत की है और दर्जनों शहजादों, मंत्रियों तथा करोडपति उद्योगपतियों को गिरफ्तार किया गया है. शहजादे मोहम्मद बिन सलमान को पहले ही अघोषित शासक के तौर पर देखा जा रहा है जो सरकार में रक्षा से ले कर आर्थिक क्षेत्र तक को नियंत्रित कर रहा है. ऐसा लगता है कि वह अपने 81 वर्षीय पिता शाह सलमान से सत्ता हासिल करने से पहले अंदरुनी विद्रोह को समाप्त करने में कोई कसर नहीं छोडना चाहते. इस हेलीकॉप्टर दुर्घटना से पहले कल सऊदी अरब ने यमन द्वारा दागी गई मिसाइल को रियाद के अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के निकट नष्ट किया.
कौन थे प्रिंस मंसूर बिन
प्रिंस मंसूर बिन मोकरिन असीर प्रांत के डिप्टी गवर्नर थे और पूर्व क्राउन प्रिंस के बेटे थे. किंग सलमान के 2015 में गद्दी संभालने के बाद प्रिंस मंसूर के पिता मोकरिन बिन अब्दुल अजीज को अलग-थलग कर दिया गया था.इसके पहले सऊदी अरब ने शनिवार को यमन की तरफ से दागे गए एक बैलिस्टिक मिसाइल को मार गिराया था. सऊदी अरब की राजधानी रियाद के उत्तरपूर्वी इलाके में यह मिसाइल दागा गया था.
सऊदी अरब में हलचल
सऊदी अरब के शाह सलमान ने नेशनल गार्ड की अगुवाई करने वाले एक प्रमुख शहजादे को बर्खास्त कर दिया और उसके स्थान पर आर्थिक मामलों एवं नियोजन मंत्री को नियुक्त किया है. साथ ही उन्होंने नई भ्रष्टाचार रोधी समिति बनाने का भी ऐलान किया है. सऊदी अरब के अल अराबिया समाचार चैनल ने कल देर शाम यह खबर दी कि देश के शक्तिशाली वली अहद शहजादे (क्राउन प्रिंस) मोहम्मद बिन सलमान की अगुवाई में भ्रष्टाचार की नयी जांच में 11 शहजादों और दर्जनों पूर्व मंत्रियों को हिरासत में लिया गया है. मोहम्मद को नई समिति की निगरानी करने के लिए नामित किया गया है.
अल अराबिया की खबर के मुताबिक, समिति वर्ष 2009 में जेद्दा में आई विनाशकारी बाढ़ की तहकीकात करने के अलावा, मिडिल ईस्ट रेस्पिरेटोरी सिंड्रोम (एमईआरएस) संक्रमण पर सऊदी सरकार की प्रतिक्रिया की भी जांच कर रही है. इस संक्रमण ने पिछले कुछ सालों में सैकडों लोगों की जान ली है.