कोलकाता: राज्य में प्रथम चरण का चुनाव 17 अप्रैल को उत्तर बंगाल के तीन जिलों की चार लोकसभा सीटों पर होगा. इनमें कूचबिहार, अलीपुरदुआर, दाजिर्लिंग व जलपाईगुड़ी लोकसभा क्षेत्र शामिल हैं.
इसमें दाजिर्लिंग लोकसभा क्षेत्र में चुनाव को शांतिपूर्वक संपन्न कराने के लिए आयोग ने सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं. लेकिन उत्तर बंगाल का ज्यादातर हिस्सा ही पहाड़ी है, इसलिए यहां शांतिपूर्वक चुनाव कराना भी आयोग के लिए एक चुनौती है. दाजिर्लिंग में राज्य का सबसे सुदूर व सबसे ऊंचा मतदान केंद्र स्थित है. इसकी जानकारी देते हुए मंगलवार को राज्य के संयुक्त मुख्य चुनाव अधिकारी अमित ज्योति भट्टाचार्य ने बताया कि दाजिर्लिंग के कालिम्पोंग स्थित मतदान केंद्र टांगटा प्राइमरी स्कूल, जिला वितरण केंद्र से सबसे दूरी पर स्थित है. जहां जाने के लिए चुनावकर्मियों को करीब 145 किमी सड़क मार्ग से होकर पहले कालिम्पोंग पहुंचना होगा. उसके बाद मतदान केंद्र तक पहुंचने के लिए और चार किमी रास्ता पैदल चलना होगा. इसके अलावा, राज्य का सबसे ऊंचा मतदान केंद्र भी दाजिर्लिंग में ही है. दाजिर्लिंग लोकसभा क्षेत्र में स्थित श्रीखोला प्राइमरी स्कूल सबसे ऊंचा मतदान केंद्र है, जो समुद्र तल से करीब 12 हजार फीट ऊंचाई पर स्थित है.
154 केंद्रों पर महिलाओं की संख्या अधिक
उन्होंने बताया कि कूचबिहार जिले में करीब 154 मतदान केंद्र ऐसे हैं, जहां महिला मतदाताओं की संख्या पुरुष मतदाताओं की अपेक्षा काफी अधिक है. साथ ही इस जिले में महिला द्वारा संचालित मतदान केंद्रों की संख्या 28 व 25 मॉडल मतदान केंद्र हैं. दाजिर्लिंग में महिलाओं द्वारा संचालित मतदान केंद्रों की संख्या सबसे कम है, यहां सिर्फ चार महिला मतदान केंद्र हैं, जबकि जलपाईगुड़ी जिले में इसकी संख्या आठ है. दाजिर्लिंग में सात व जलपाइगुड़ी में 28 मॉडल पोलिंग स्टेशन हैं.