विपरीत हालातों से लड़कर बुलंदियों को हासिल करने वाला ही सिकंदर कहलाता है. दिल्ली के 15 साल के निसार अहमद ने यह बात साबित कर दी है. निसार ने 11 सेकंड में 100 मीटर की दौड़ लगाकर एक नया रिकॉर्ड बनाया है.
पिछले दिनों दिल्ली में हुई स्टेट एथलेटिक्स प्रतियोगिता में अंडर-16 कैटेगरी में निसार ने यह सफलता हासिल की. उन्होंने 200 मीटर की दौड़ भी 22.08 सेकंड में पूरी कर जीत हासिल की.
निसार के पिता दिल्ली में रिक्शा चलाते हैं और मां दूसरों के घरों में बर्तन मांजती हैं.
दिल्ली के आज़ादपुर के रेलवे स्टेशन के बड़े बाग स्लम में एक कमरे के मकान में रहने वाले निसार ने आर्थिक तंगी के बावजूद हार नहीं मानी.
बीबीसी से निसार ने कहा, "मैं एक बार जूनियर लेवल खेलने गया था. बिना ट्रेनिंग के मैं प्रथम स्थान पर रहा था. तब मुझे लगा कि पढ़ाई के साथ मुझे एथलेटिक्स भी करना चाहिए."
"इसके बाद मैंने छत्रसाल स्टेडियम में सुनिता राय मैम से बाकायदा प्रशिक्षण लेना शुरू किया. यह सफलता उसी का परिणाम है. और अच्छा करना चाहता हूं पर सुविधाओं की कमी है."
जस्टिन गेटलिन हैं आदर्श
निसार के पसंदीदा धावक हैं जस्टिन गेटलिन. दौड़ में वे उन्हीं की तरफ शुरुआत करना चाहते हैं.
उन्होंने बताया, "100 मीटर में मेरे पसंदीदा धावक हैं अमरीका के जस्टिन गेटलिन. उनकी शुरुआत मुझे बहुत पसंद है. मैं वैसे ही शुरुआत करना चाहता हूं. मैं उनके वीडियो देखता हूं ताकि मैं उनकी तकनीक को सीख सकूं और अपनी कमियों को दूर कर सकूं."
निसार के पिता नन्कु अहमद को अपने बेटे पर गर्व है. उत्तर प्रदेश के गोंडा जिला से ताल्लुक रखने वाले नन्कु 38 साल से दिल्ली में रह रहे हैं और 28 सालों से रिक्शा चला रहे हैं.
उन्होंने बताया, " जब निसार ने प्रैक्टिस शुरू की थी तो उसने मुझसे बोला कि पापा मैं देश के लिए कुछ करना चाहता हूं. मैं पूछा कि क्या करोगे? तो उसने बोला कि उसे दौड़ना है. फिर मैंने कहा आप जो करना चाहते हैं करो, हम तुम्हारे साथ हैं. जैसे भी होगा हम अमीरी-गरीबी से निपट लेंगे."
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सरकार से मदद की मांग
बेटा आगे बढ़े और उसे बेहतर सुविधाएं मिले, इसे लेकर नन्कु में मन में कई आशंकाएं हैं. उन्होंने सरकार को पत्र लिखकर मदद मांगी है.
उन्होंने कहा, "अब मेरा बेटा देश का बेटा है. मैंने सरकार से मांग की है कि वह उसकी मदद करे. मेरा पांव खराब हो चुका है. पत्नी के पैर में भी परेशानी रहने लगी है."
निसार के ट्रेनिंग देने वाली सुनीता राय भी कहती हैं कि अगर उसे बेहतर सुविधा मिले तो वह और आगे जा सकता है,
सुनीता राय कहती हैं, "निसार अपने अंदर तेजी से सुधार ला रहा है. शुरुआत में 100 मीटर पूरी करने के लिए वह 12 सेकंड लेता था, लेकिन वह अब इसे 11 सेकंड में पूरा कर रहा है."
"उसे बेहतर करने के लिए विशेष खानपान और सुविधाओं की जरूरत होगी. अगर उसे ये सबकुछ मिला तो वह आगे और भी अच्छा कर सकता है."
निसार भविष्य में अंतर्राष्ट्रीय खेलों में भाग लेना चाहते हैं. उसे उम्मीद है कि सरकार उसे सुविधाएं मुहैया कराएगी और वह अपने सपनों को पूरा कर पाएगा.
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