उत्तर प्रदेश के फ़र्रुख़ाबाद के सरकारी अस्पताल में 49 बच्चों की मौत के मामले में पुलिस ने एफ़आईआर दर्ज की है.
उत्तर प्रदेश सरकार ने भी बच्चों की मौत की उच्च स्तरीय जांच के आदेश दे दिए हैं.
फ़र्रुख़ाबाद के पुलिस अधीक्षक दयानंद मिस्र ने बीबीसी को बताया, "ज़िले के मुख्य चिकित्सा अधिकारी, अस्पताल की मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी और कई डॉक्टरों के ख़िलाफ़ नामजद एफ़आईआर दर्ज की गई है."
पुलिस के मुताबिक ज़िलाधिकारी के कहने पर एसडीएम ने अस्पताल में बच्चों की मौत की जांच की थी और उन्हीं की ओर से ये मुक़दमा लिखवाया गया है.
पुलिस ने भारतीय दंड संहिता की धारा 176, 188 और 304 के तहत ये मामला दर्ज किया है.
पुलिस के मुताबिक अभी तक किसी अभियुक्त को गिरफ्तार नहीं किया गया है.
उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से बयान जारी कर कहा गया है कि फ़र्रुख़ाबाद के ज़िलाधिकारी, सीएमओ और ज़िला महिला चिकित्साधिकारी का तबादला कर दिया गया है.
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‘ऑक्सीजन की कमी से मौत’
फ़र्रुख़ाबाद के राजकीय अस्पताल में 20 जुलाई से 20 अगस्त के बीच 49 बच्चों की मौत हो गई थी.
ज़िलाधिकारी रवींद्र कुमार ने इन मौतों की मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिए थे जिसके आधार पर सीएमओ और सीएमएस समेत अन्य डॉक्टरों के ख़िलाफ़ एफ़आईआर दर्ज की गई है.
मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक मजिस्ट्रेट जांच में बच्चों की मौत ऑक्सीजन की कमी की वजह से होने की बात सामने आई है.
वहीं सरकार की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि शासन का उच्च स्तरीय दल फ़र्रुख़ाबाद जाकर जांच करेगा और मौत के कारणों का पता लगाएगा.
बीते माह उत्तर प्रदेश के ही गोरखपुर के सरकारी अस्पताल में ऑक्सीजन की कमी से बच्चों की मौत होने पर उत्तर प्रदेश सरकार पर सवाल उठे थे.
गोरखपुर अस्पताल के प्राचार्य और उनकी पत्नी समेत कई लोगों को गिरफ़्तार किया गया है.
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