मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीआईएम) का आरोप है कि दूरदर्शन ने त्रिपुरा के मुख्यमंत्री माणिक सरकार का भाषण प्रसारित करने से मना कर दिया.
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, भारत की सार्वजनिक प्रसारण संस्था प्रसार भारती की ओर से इस बारे में कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है. दूरदर्शन और आकाशवाणी, प्रसार भारती के तहत कार्य करते हैं.
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इस मामले में सीपीआईएम के महासचिव सीताराम येचुरी ने एक ट्वीट करके कहा है कि दूरदर्शन भारतीय जनता पार्टी या राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की निजी सम्पत्ति नहीं है.
सीपीआईएम ने भी अपने ट्वीट में दूरदर्शन के इस कथित रवैये का ज़िक्र करते हुए सवाल उठाया था कि क्या यही संघवाद है जिसके बारे में प्रधानमंत्री मोदी बात करते हैं? पार्टी ने इसे ‘शर्मनाक’ भी बताया है.
वहीं सीताराम येचुरी ने सवाल उठाया है कि क्या ये एक तरह का ‘अघोषित आपातकाल’ है. उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी पर एक निर्वाचित मुख्यमंत्री की आवाज़ दबाने का भी आरोप लगाया है.
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