रांची: वर्ष 1951 के लोकसभा चुनाव में एक-एक सीट पर सात-सात लाख से अधिक मतदाता होते थे. जहां ज्यादा मतदाता होते थे, वहां से दो लोग चुनाव जीतते थे. संयुक्त बिहार के झारखंड वाले हिस्से में भी कई ऐसी सीटें थी, जहां दो-दो सांसद चुने जाते थे. इस क्षेत्र के हजारीबाग सीट से दो सांसद चुने जाते थे. संताल परगना का कुछ हिस्सा पूर्णिया में भी पड़ता था.
पूर्णिया संताल परगना सीट से भी दो सांसद चुने जाते थे. जहां मतदाता दो लाख के आसपास थे, वहां एक सांसद ही चुनाव जीतता था. देश आजाद होने के बाद का यह पहला आम चुनाव था.
इस चुनाव में भी 50 फीसदी से अधिक मतदान नहीं होता था. झारखंड वाले हिस्से का एक मात्र रांची वेस्ट का सीट था, जहां मतदान का प्रतिशत 62.22 फीसदी था. उस समय भी सबसे कम मतदान पलामू और मानभूम वाले इलाके में हुआ था.