भंडरिया से लौट कर सतीश कुमार
आगामी लोकसभा चुनाव में राजनीतिक दलों ने मतदाताओं को रिझाने के लिए अपनी पूरी ताकत झोंक दी है. दलों के स्टार प्रचारक राज्य में चुनावी सभाएं कर जनता को अपने पक्ष में करने में जुटे हुए हैं.
झाविमो सुप्रीमो बाबूलाल मरांडी ने मंगलवार को चतरा, पलामू, हजारीबाग व कोडरमा में छह चुनावी सभाएं की. पलामू के भंडरिया तथा चतरा के लावालौंग व गिद्दौर की गिनती नक्सल प्रभावित इलाकों में होती है. यहां की जनता भी लोकतंत्र के महापर्व को लेकर मुखर है. इन क्षेत्रों में आयोजित चुनावी सभाओं में जुट रही ग्रामीणों की भीड़ इसका गवाह है.
हालांकि इस क्षेत्र में मतदाता खामोश दिख रहे हैं. अभी नेताओं को भांप रहे हैं. चुनावी सभाओं में क्षेत्र के ग्रामीण स्थानीय एजेंडा को प्रमुखता से रख रहे हैं. झाविमो की सभा में भी हरता, चपलसी, विजका और तेहरो में कोयला खदान शुरू करने और बरवाडीह से चीरमोरी तक रेलवे लाइन बिछाने की बात रखी गयी. रमना पासवान ने बताया कि इस क्षेत्र की जनता वर्षो से इस संदर्भ में जनप्रतिनिधियों से मांग करती आ रही है. आज तक इन समस्याओं का समाधान नहीं हुआ. कमला देवी ने कहा कि इस बार स्थानीय एजेंडों को आधार बना कर वोट दिया जायेगा. कोडरमा के लोकाई और नवागढ़ चट्टी में जातिगत समीकरण देखने को मिल रहा है.