।। दक्षा वैदकर।।
एक गलती का मतलब यह नहीं होता है कि आपका कैरियर खत्म हो गया. गलती होने के बाद खुद को दोष देने के बजाय खुद को संभालें. गलती होने के बाद अपना आत्मविश्वास न खोयें. अगर आप अपने सपनों को हासिल करने की दिशा में काम कर रह रहे हैं और सफल हो रहे हैं, तो एक गलती से यह साबित नहीं होता कि आप जीवन में कुछ भी नहीं कर पायेंगे.
आपको भावुक होने के बजाय नुकसान को कम करने के बारे में विचार करना चाहिए. लोग क्या कह रहे हैं, इसके बारे में सोचने के बजाय गलती के प्रभावों पर विचार करना चाहिए और उसी के अनुसार फिर आगे की प्लानिंग करनी चाहिए.
माना कि आपसे गलती हुई, पर इससे आपको आगे बढ़ने के लिए सबक भी तो मिला है. गलती से पता लगता है कि किन चीजों पर सबसे ज्यादा फोकस करना चाहिए और कहां-कहां ध्यान नहीं देना चाहिए. गलती से आपको काम शुरू करने से पहले तैयारियों पर गौर करने, संबंधित तमाम पहलुओं पर सोचने आदि के बारे में महत्वपूर्ण सीख मिलती है.
अपने जीवन में मिली सफलताओं के बारे में विचार करें. इससे आपको आगे बढ़ने के लिए नयी ऊर्जा मिलेगी. याद करें कि आप गलतियों से सीख-सीख कर कितना आगे बढ़े हैं. सोचें कि सफलता मिलने और कोई काम पूरा होने पर आप कैसा महसूस करते हैं. इससे आपका खोया हुआ आत्मविश्वास वापस आयेगा.
इंसान गलतियां क्यों करता है, इस बारे में सोचना बहुत जरूरी है. दरअसल, अनुभव या योग्यता के अभाव में गलतियां होती हैं. आप चाहें, तो अनुभव और योग्यता दोनों हासिल कर सकते हैं. आपको हमेशा नयी चीजें सीखने की कोशिश करनी चाहिए. कोई भी काम पूरी तैयारी के साथ ही शुरू करना चाहिए. नयी चीजें आजमाने पर गलतियां हो सकती हैं. इन गलतियों को अपनी हार मानने के बजाय एक लर्निग प्रोसेस समझना चाहिए. जब आप कोई गलती करते हैं, तो अगली बार के लिए पता होता है कि क्या काम नहीं करना है. खुद को योग्य बना कर और लगातार अभ्यास से आप गलतियों पर काबू पा सकते हैं.
बात पते की..
गलतियां वे ही करते हैं, जो काम करते हैं और कुछ नया करने की कोशिश करते हैं. इसलिए खुद को दोष देना बंद करें और काम जारी रखें.
गलती करना गलत बात नहीं है, बल्कि गलती से सबक लेना गलत बात है. गलती होने के बाद उसका अध्ययन करें कि कहां और कैसे हुए गलती.