बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के अचानक इस्तीफे पर आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद यादव ने सवाल खड़े किए हैं. लालू प्रसाद यादव ने पलटवार करते हूए पूछा क्या नीतीश ने बीजेपी, संघ से सेटिंग कर रखी है?
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लालू ने कहा, ‘हमने नीतीश कुमार को मना किया था कि इस्तीफ़ा मत दो. नीतीश पर 302 के तहत केस है और इसमें आजीवन कारावास का प्रावधान है. अब महागठबंधन के सभी विधायकों को नया नेता चुनना चाहिए. जिसने बीजेपी को हराया था उसी ने राष्ट्रपति चुनाव में बीजेपी को वोट दिया. जेडीयू, कांग्रेस और आरजेडी के विधायकों को नया नेता चुनना चाहिए.’
मीडिया से बात करने के बाद लालू प्रसाद ने एक ट्वीट भी किया है. उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा है कि महागठबंधन की भ्रूण हत्या की जा रही है.
नीतीश के इस्तीफ़े के बाद लालू की अहम बातें-
- नीतीश पर आर्म्स एक्ट का केस है और उन्हें डर था कि अलग नहीं होंगे तो केंद्र सरकार शिकंजे में ले सकती है. लालू ने कहा कि नीतीश पर हत्या का भी केस है. ऐसे में वो बताएं कि कैसे कुर्सी पर बैठे रहे. नीतीश कुमार पर जो आरोप हैं वो भ्रष्टाचार से बढ़कर हैं.
- नीतीश कुमार की भारतीय जनता पार्टी से पहले से सेटिंग थी, तभी तो देखिए नरेंद्र मोदी ने कितनी तेज़ी से ट्वीट करके बधाई दी है.
- नीतीश कुमार का हमेशा साथ दिया. जब जब कंफ्यूजन की स्थिति आई मैं ने नीतीश कुमार को तिलक लगाकर कहा कि जाओ राज करो.
- मैंने नीतीश कुमार से कहा कि इस्तीफ़ा मत दो क्योंकि जनता ने पांच साल के लिए वोट दिया है. लेकिन उन्होंने जनता को एक तरह से थप्पड़ मारा है.
- नीतीश ने तेजस्वी से इस्तीफ़ा के लिए नहीं कहा था ऐसे में हमलोग क्या करते. उन्होंने केवल यही कहा था कि लोगों के बीच जाकर आरोप पर सफ़ाई देनी चाहिए. वकीलों ने कहा कि इस मुद्दे पर मीडिया में बात करना ठीक नहीं रहेगा. तो क्या जनता दल यूनाइटेड के प्रवक्ता पुलिस अधिकारी हैं कि उन्हें हम सफ़ाई देते रहें. सफ़ाई तो हम संबंधित विभाग के अधिकारियों को ही देंगे ना, सीबीआई मांगेगा तो वहां देंगे.
- मैंने नीतीश जी से पिछली रात बात की थी और कहा था कि अगर कोई ग़लतफहमी है तो उसे दूर करना चाहिए.
- नीतीश कुमार ने इस्तीफ़ा दिया है, तेजस्वी भी नहीं रहेंगे. मैं तो कहता हूं कि राजद, जनता दल यूनाइटेड और कांग्रेस के विधायक दल के नेताओं की बैठक हो और उसमें कोई तीसरा नेता चुना जाए.
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