एक वक़्त ऐसा था जब एक्टिंग के क्षेत्र में महिलाएं ना के बराबर थीं और इसलिए मर्दों को ही औरत बन कर एक्टिंग करनी पड़ती थी.
लेकिन आज अभिनेत्रियों के होने के बावजूद भी एक अभिनेता को औरत के रूप में देखना दर्शकों को पसंद आता है.
फ़िल्मों में कई अभिनेताओं ने महिला किरदार निभाया है. ऋषि कपूर, शशि कपूर, महमूद, अमिताभ बच्चन, गोविंदा, जावेद जाफ़री, अक्षय कुमार, शाहरुख खान, आमिर खान, सलमान खान, रितेश देशमुख बॉलीवुड के ऐसे ही नाम हैं.
सौ साल की हुई पहली डबल रोल फ़िल्म
इनमें से ज़्यादातर कुछ दृश्यों तक या एक गाने तक ही सीमित रहे हैं. लेकिन पिछले कुछ सालों में टेलीविज़न और वेब पर कॉमेडी रोल में जितने भी महिला किरदार पॉपुलर हुए हैं उन सभी को निभाने वाले पुरुष अभिनेता ही हैं.
बीबीसी ने ऐसे ही कुछ अभिनेताओं से बात की, जिन्हें उनके महिला अवतार ने लोकप्रियता की नई उंचाई पर पहुंचाया.
टॉक टू माय हैंड- किकू उर्फ पलक
किकू शारदा सबसे पहले लड़की के वेश में ग्रेट इंडियन कॉमेडी शो में दिखे. कपिल शर्मा के शो से वह पलक के नाम से पॉपुलर हुए.
वह बताते हैं, "कपिल के शो के लिए गुत्थी की जोड़ीदार पलक आयी. ऐसे किरदार निभाने में फ़िक्र यही रहती है कि आप कहीं घटिया ह्यूमर ना कर बैठें. किरदार क्यूट लगना चाहिए. हमें आवाज़ और बॉडी लैंग्वेज दोनों को कंट्रोल करना पड़ता है. मैंने जो दूसरे किरदार किए वो भी पसंद किए गए. लेकिन मज़ा तब आया जब कुछ आंटी ने आ कर मुझ से कहा कि वे भी मेरी जैसी बेटी चाहती हैं."
वो कहते हैं, "एक एक्टर के तौर पर मेरे लिए ये बहुत बड़ी उपलब्धि है. हां पहले पहले चिंता होती थी कि कोई मेरे बच्चों से ये न कह दे कि तुम्हारे पापा तो तुम्हारी मां है, लेकिन ऐसा कभी कुछ नहीं हुआ."
शॉपकीपर…. चुटकी
गौरव गेरा के चुटकी-शॉपकिपर एक्ट्स, बिल्ली मौसी और बारिश के एक्ट्स ने वेब पर धमाल मचाया हुआ है.
वह बताते हैं, "मैं एक एक्टर हूं और कन्टेंट बनाता हूं. जब मैंने इन किरदारों के बारे में सोचा, तब साथ में ये भी सोचा कि हर बार एक्टर्स मैनेज करो उस से बेहतर है कि मैं ही ये सारे किरदार निभाऊं. वैसे भी वेब पर ऐसे किरदार कम ही देखने को मिलते हैं."
वो कहते हैं, "मैंने सात साल पहले ये शुरू किया था लेकिन तब ज़्यादा रेस्पॉन्स नहीं मिला, कुछ वक़्त के लिए बंद भी किया और फिर काम शुरू किया. लोगों ने ना भी कहा लेकिन मैं जानता हूं कि मैं क्या कर रहा हूं. कुछ भी नया करेंगे तो पहले तो लोग ना ही बोलते हैं. मैं अपनी सहूलियत से, अपने वक़्त पर काम करता हूं और इंटरनेट से मैंने अच्छी दोस्ती कर ली है."
पम्मी आंटी
सुमीर पसरीचा ने जब पम्मी आंटी बनाने की सोची, तब उन्होंने अपनी कम्युनिटी की औरतों को ही ध्यान में रखा.
वह अपनी लोकप्रियता का श्रेय अपने पम्मी आंटी किरदार को ही देते हैं.
वह कहते हैं कि पम्मी आंटी के किरदार ने उन्हें दुनिया भर में लोकप्रिय बनाया है.
उन्होंने बताया, "मैंने कभी सोचा भी नहीं था कि मैं ऐसा कुछ करूंगा. कभी-कभी वीडियो बना कर दोस्तों को भेजता था और उन्हें वह पसंद आते थे. धीरे-धीरे पम्मी आंटी कि डिमांड बढ़ गई और वो बनती चली गई. मेरे परिवार को बिलकुल पसंद नहीं था. कुछ लोगों ने मेरे पिता को फोन किया कि अगर इसके पास काम नहीं है तो ठीक है लेकिन यह सब तो ना करे."
हैंडसम हंक या कोई और कैरेक्टर रोल के बजाए इन अभिनेताओं को उनके महिला अवतारों ने ज़्यादा लोकप्रियता दी है.
यही क़िस्सा सुनील ग्रोवर और असगर अली जैसे बाकी पुरुष अभिनेताओं के साथ भी हैं जिन्होंने औरत का किरदार निभाकर लोगों के दिलों में जगह बनाई हैं.
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