हैम्बर्ग : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को यहां नार्वे की प्रधानमंत्री एरना सोलबर्ग से मुलाकात की और वहां के पेंशन कोषों को भारत के राष्ट्रीय निवेश एवं अवसंरचना कोष में निवेश के लिए आमंत्रित किया. इस मौके पर एरना ने मोदी को प्रतीकात्मक तौर पर फुटबाॅल भेंट किया. प्रधानमंत्री सम्मेलन के समापन के बाद स्वदेश के लिए रवाना हो गये. इस सम्मेलन में इस साल की थीम ‘शेपिंग एन इंटर कनेक्टेड वर्ल्ड’ थी. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता गोपाल बाग्ले ने ट्वीट किया, ‘अलविदा हैम्बर्ग. प्रधानमंत्री इस्राइल और जी 20 सम्मेलन के सफल दौरे के बाद दिल्ली के लिए रवाना हुए.’ मोदी सात जुलाई को इस्राइल के तेलअवीव से हैम्बर्ग गये थे. वह इस्राइल जानेवाले पहले भारतीय प्रधानमंत्री थे.
यहां जी20 शिखर सम्मेलन के दौरान मोदी ने अपनी द्विपक्षीय मुलाकातों के तहत दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति मून जेई-इन तथा इटली के प्रधानमंत्री पाओलो जेंटीलोनी और अर्जेंटीना के राष्ट्रपति मॉरिसियो मैक्री के साथ भी बैठकें कीं. मोदी ने मून को राष्ट्रपति चुनाव जीतने पर बधाई दी, जबकि मून ने उनके चुनाव जीतने पर मोदी के कोरियाई भाषा में भेजे गये बधाई देनेवाले ट्वीट का जिक्र किया. उन्होंने कहा कि दक्षिण कोरिया के लोगों ने इस संदेश को गर्मजोशी के साथ स्वीकार किया. विदेश मंत्रालय ने कहा कि दोनों नेताओं ने दक्षिण कोरिया और भारत के बीच विशेषकर मेक इन इंडिया, डिजिटल इंडिया और स्टार्टअप इंडिया जैसे कार्यक्रमों में भागीदारी बढ़ाने के जरिये रणनीतिक साझेदारी को और आगे बढ़ाने की प्रतिबद्धता जतायी. मोदी ने मून को भारत आने का न्योता भी दिया है जिसे उन्होंने स्वीकार कर लिया है.
इटली के प्रधानमंत्री के साथ उनकी बातचीत द्विपक्षीय संबंधों पर केंद्रित रही. उन्होंने खाद्य प्रसंस्करण केंद्रित प्रदर्शनी ‘वर्ल्ड फूड इंडिया’ में इटली को भागीदारी के लिए आमंत्रित किया. इस प्रदर्शनी का आयोजन इस साल नवंबर में भारत में होना है. दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय आर्थिक सहयोग बढ़ाने के लिए दोनों देशों के मध्यम उद्यमों के बीच विचार-विमर्श को बढ़ावा देने पर जोर दिया. इटली के प्रधानमंत्री ने उनके देश में भारत के निवेश की सराहना की.
मोदी ने नार्वे की प्रधानमंत्री एरना सोलबर्ग के साथ भी दोनों देशों के आर्थिक संबंध मजबूत करने की बात की और वहां के पेंशन कोषों को भारत में निवेश के लिए आमंत्रित किया. मोदी और सोलबर्ग ने द्विपक्षीय मुद्दों विशेषतौर पर आर्थिक संबंधों को मजबूत बनाने पर विचार-विमर्श हुआ. प्रधानमंत्री मोदी ने नार्वे के पेंशन कोषों को भारत में राष्ट्रीय निवेश और बुनियादी ढांचा कोष में भागीदारी के लिए आमंत्रित किया. नार्वे के प्रधानमंत्री ने भी भारत को सामुद्रिक सम्मेलन में भागीदारी के लिए आमंत्रित किया. यह सम्मेलन संयुक्त राष्ट्र की महासभा के मौके पर होगा. बैठक की समाप्ति पर सोलबर्ग ने प्रधानमंत्री मोदी को एक फुटबाॅल भेंट की जिसपर एसडीजी (सतत विकास लक्ष्य) लिखा हुआ था.
मोदी की वियतनाम के अपने समकक्ष न्यूएन जुआं फुक के साथ भी मुलाकात हुई. सेनेगल के राष्ट्रपति मैकी साल से भी वह मिले. मोदी और इन नेताओं के बीच यह बैठक यहां जी20 शिखर सम्मेलन के मौके पर हुई. दो दिन के सम्मेलन के बाद जी 20 देशों के नेताओं ने बाजारों को मुक्त रखने, आदान प्रदान एवं भेदभाव नहीं करने पर ध्यान देने, संरक्षणवाद एवं अनुचित व्यापार परंपराओं के खिलाफ संघर्ष की प्रतिबद्धता जतायी.
जी20 शिखर सम्मेलन के पहले दिन शुक्रवार को मोदी की जापान के प्रधानमंत्री शिंजो एबे और कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन त्रुदू के साथ भी द्विपक्षीय मुलाकात हुई. जापान के प्रधानमंत्री के साथ बैठक के बारे में विदेश मंत्रालय ने कहा कि दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय रिश्तों में प्रगति के बारे में संक्षिप्त समीक्षा की. इसमें उन्होंने मोदी की नवंबर 2016 में हुई जापान यात्रा के बाद से महत्वपूर्ण परियोजनाओं की प्रगति पर भी फौरी तौर पर समीक्षा की. प्रधानमंत्री मोदी ने उसके बाद से द्विपक्षीय संबंधों में हुई प्रगति को लेकर संतोष जताया. मोदी ने कहा कि वह प्रधानमंत्री एबे की आगामी भारत यात्रा को लेकर उत्सुक हैं तथा उम्मीद है कि उनकी इस यात्रा से दोनों देशों के बीच सहयोग और मजबूत होगा.
आतंकवाद पर चर्चा में भारत का बड़ा प्रभाव
शिखर सम्मेलन में भारत की तरफ से शेरपा अरविंद पनगढ़िया ने यहां मीडिया से बातचीत में कहा, ‘भारत का जी20 शिखर सम्मेलन में आतंकवाद निरोध पर चर्चा में बड़ा प्रभाव रहा है और व्यापार एवं निवेश, पलायन और जलवायु परिवर्तन में भी उल्लेखनीय भूमिका निभायी है.’ विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता गोपाल बागले ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी की जी20 शिखर सम्मेलन में जर्मन चांसलर एंजेला मर्केल समेत यूरोपीय नेताओं के साथ बातचीत में आतंकवाद निरोधक उपाय बातचीत के केंद्र में रहे. जर्मनी, फ्रांस, ब्रिटेन और स्वीडन जैसे यूरोपीय देशों में हाल में हुए आतंकवादी हमलों के मद्देनजर मोदी यूरोपीय नेताओं के साथ अपनी हाल की सभी बैठकों में आतंकवाद से लड़ने का मुद्दा उठाते रहे हैं. आतंकवाद की वैश्विक समस्या पर संयुक्त कार्रवाई और इसके वित्तपोषण के स्रोतों पर अंकुश लगाने का संकल्प जताते हुए मोदी समेत जी20 नेताओं ने कल कहा था कि दुनिया के सभी हिस्सों में आतंकवाद की सभी सुरक्षित शरणस्थलियों का अवश्य सफाया किया जाना चाहिए.
जलवायु पर ‘सर्वोत्तम समझौता’ : पुतिन
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कहा कि शिखर सम्मेलन को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और दूसरे नेताओं के बीच बांटनेवाले जलवायु परिवर्तन के मुद्दे पर एक ऐसा समझौता हासिल किया गया जो ‘सर्वोत्तम’ है. पुतिन ने कहा, ‘अत्यंत अहम मुद्दों में से एक जलवायु परिवर्तन था और यहां जर्मनी चांसलर सर्वोत्तम समझौता पाने में सक्षम रहा.’