गुरु राशि को धन-संपदा, सुख-समृद्धि का ग्रह माना जाता है. गुरु धनु राशि में 13 सितंबर की सुबह 6 बजकर 10 मिनट पर मार्गी हो चुके हैं. मार्गी होने पर गुरु अपनी सीधी चाल चलेंगे. इसके पहले तक गुरु उल्टी चाल चल रहे थे. ज्योतिष शास्त्र में उल्टी चाल को वक्री कहा जाता है. जब कोई ग्रह वक्री अवस्था में होता है तो वो शुभ फल देने के लिए प्रभावी भूमिका में नही होता है. जबकि, मार्गी होने वाला ग्रह लाभ देता है. धनु राशि गुरु की स्वयं की राशि है. धनु राशि के स्वामी गुरु हैं. ज्योतिष शास्त्र में बृहस्पति ग्रह को देवता का गुरु कहा गया है. गुरु ग्रह का रंग पीला है, गुरु बहुत कम स्थिति में ही अशुभ फल प्रदान करते हैं. गुरु को ज्ञान का कारक माना गया है. गुरु प्रधान व्यक्ति जीवन में उच्च पद प्राप्त करता है और कई श्रोतों से धन अर्जित करता है यानि ऐसे लोग कई तरह से धन कमाते हैं. यहां पर देखिए गुरु के मार्गी होने के कारण किस राशि पर क्या प्रभाव होंगे?
धनु राशि में गुरु के मार्गी होने के कारण सभी राशियों पर पड़ेगा ऐसा असर, देखिए VIDEO
गुरु राशि को धन-संपदा, सुख-समृद्धि का ग्रह माना जाता है. गुरु धनु राशि में 13 सितंबर की सुबह 6 बजकर 10 मिनट पर मार्गी हो चुके हैं. मार्गी होने पर गुरु अपनी सीधी चाल चलेंगे. इसके पहले तक गुरु उल्टी चाल चल रहे थे. ज्योतिष शास्त्र में उल्टी चाल को वक्री कहा जाता है. जब कोई ग्रह वक्री अवस्था में होता है तो वो शुभ फल देने के लिए प्रभावी भूमिका में नही होता है. जबकि, मार्गी होने वाला ग्रह लाभ देता है. धनु राशि गुरु की स्वयं की राशि है. धनु राशि के स्वामी गुरु हैं. ज्योतिष शास्त्र में बृहस्पति ग्रह को देवता का गुरु कहा गया है. गुरु ग्रह का रंग पीला है, गुरु बहुत कम स्थिति में ही अशुभ फल प्रदान करते हैं. गुरु को ज्ञान का कारक माना गया है. गुरु प्रधान व्यक्ति जीवन में उच्च पद प्राप्त करता है और कई श्रोतों से धन अर्जित करता है यानि ऐसे लोग कई तरह से धन कमाते हैं. यहां पर देखिए गुरु के मार्गी होने के कारण किस राशि पर क्या प्रभाव होंगे?
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