लोकप्रिय इंस्टेंट मैसेजिंग एप्प व्हॉट्सऐप के वेब आधारित इंटरफेस में एक नये सिक्योरिटी बग का पता चला है. इसकी मदद से हैकर्स आपके कंप्यूटर को हैक करके उसे दूर बैठ कर ही अपने हिसाब से उसका इस्तेमाल कर सकते हैं. इसके लिए हैकर्स व्हाट्सऐप वेब द्वारा यूजर्स से उनके कंप्यूटर में खतरनाक मैलवेयर डाउनलोड करवा देते हैं और फिर बहुत ही आसानी से व्हॉट्सऐप वेब को हैक कर लेते हैं.
इस बग ने व्हॉट्सऐप वेब के 20 लाख से भी अधिक यूजर्स की सुरक्षा को खतरे में डाल दिया है. यह बग यूजर के कंप्यूटर में रैन्समवेयर, बॉट, रिमोट टूल्स और दूसरे खतरनाक मैलवेयर व्हॉट्सऐप वेब क्लाइंट के जरिए भेजते हैं. इस मैलवेयर द्वारा हैकर्स कॉन्टेक्ट कार्ड आदि फाइलों के रूप में यूजर्स के कंप्यूटरों को हैक करने की अनुमति मिलती है. यूजर्स द्वारा जब कॉन्टेक्ट्स लिस्ट खोली जाती है तो वह बॉट, रैंसमवेयर और अन्य मैलवेयर फाइलों को वितरित करना शुरू कर देता है.
कॉन्टेक्ट्स कार्ड पूरी तरह से वैध दिखाई पड़ता है, एक यूजर्स के लिए यह जान पाना बहुत मुश्किल होता है कि कॉन्टेक्ट्स में कुछ कोड भरा है. सुरक्षा फर्म द्वारा जब व्हॉट्सऐप को इस बग की जानकारी दी गयी, तो 21 अगस्त को व्हॉट्सऐप ने इस बग को दूर करने के लिए नयी व्हॉट्सऐप वेब अपडेट जारी किया जिससे बग के दूर होने की बात आई है.
कैसे बचें बग से?
व्हॉट्सऐप का लेटेस्ट वर्जन ही रखें. व्हॉट्सऐप अपडेट होने के बाद आपको व्हॉट्सऐप मेन्यू में एक नया ऑप्शन व्हाट्सऐप वेब दिखाई देगा. गूगल क्रोम ब्राउजर खोलें और वेब एड्रेसबार में बेव.व्हॉट्सऐप.कॉम टाइप करें. क्रोम ब्राउजर में बेव.व्हाट्सऐप.कॉम ओपेन होने के बाद यहां आपको क्यूआर कोड दिखाई देने लगेगा.
अब मोबाइल में व्हॉट्सऐप मेन्यू में जाकर व्हाट्सऐप.बेव विकल्प चुनें. इसके बाद कैम स्केनर ऑन हो जाएगा. अब मोबाइल से कंप्यूटर स्क्र ीन पर दिखाई देने वाले क्यूआर कोड को स्कैन करें. इस प्रकार आपका मोबाइल व व्हॉट्सऐप डाटा ब्राउजर जुड़ जाएगा. अब आपका व्हॉट्सऐप मोबाइल डाटा कंप्यूटर से सिंक हो जाएगा.