Desi Electric Cycle: इलेक्ट्रिक व्हीकल (electric vehicle) की बढ़ती डिमांड के बीच देसी आविष्कारक गुरसौरभ सिंह (Gursaurabh Singh) ने एक ऐसी डिवाइस तैयार की है, जिसे फिट करते ही आपकी सामान्य साइकिल मोटरसाइकिल (Motorcycle) की तरह सरपट दौड़ने लग जाएगी. गुरसौरभ का यह इनोवेशन उद्योगपति आनंद महिंद्रा (Anand Mahindra) को इतना पसंद आया कि इसमें इनवेस्ट करने का ऑफर दे दिया.
देसी साइकिल बन जाएगी इलेक्ट्रिक
गुरसौरभ सिंह ध्रुव विद्युत (Dhruv Vidhyut) स्टार्टअप के फाउंडर हैं और देसी साइकिल को इलेक्ट्रिक बनानेवाली यह टेक सेवी डिवाइस इसी स्टार्टअप ने बनायी है. यह हीरो या एटलस जैसी कंपनियों की आम साइकिल को इलेक्ट्रिक साइकिल में बदलने में सक्षम है. इस डिवाइस की सबसे बड़ी खासियत यह है कि इसके लिए साइकिल में कोई मॉडिफिकेशन नहीं करना पड़ता. साइकिल में न तो कहीं से कटिंग करनी होती है, न वेल्डिंग की. यह साइकिल में पैडल के ऊपर नट बोल्ट से कसा जाता है.
आनंद महिंद्रा भी हुए मुरीद, लगाएंगे पैसे
गुरसौरभ सिंह के डिवाइस से आनंद महिंद्रा इतने प्रभावित हैं कि उन्होंने पिछले दिनों तीन लंबे-लंबे ट्वीट किये. साथ ही, उन्होंने लिखा है कि वह ध्रुव विद्युत में निवेश करके गौरवान्वित महसूस करेंगे. उन्होंने ट्विटर पर लोगों से गुरसौरभ से मिलाने की अपील भी की.
देसी इलेक्ट्रिक साइकिल की खूबियां
यह डिवाइस देसी साइकिल को अधिकतम 25 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से चलाने में सक्षम बनाती है. बस यही नहीं, 20 मिनट पैडल मारने पर इसकी बैटरी 50% चार्ज हो जाती है. साथ ही, यह एक बार फुल चार्ज होने के बाद 40 किमी तक जा सकती है. 170 किलोग्राम तक के वजन को खींच सकती है. यह आग और पानी से प्रूफ है. खेतों और कीचड़ में भी यह साइकिल को आराम से खींच सकती है. साथ ही, इसमें फोन चार्ज करने की सुविधा भी है.