मिली जानकारी के अनुसार विद्युत चूल्हा से शवदाह करने पर 640 रूपया खर्च होता है. वहीं लकड़ी से दाह संस्कार में एक हजार से 12 सौ रूपये खर्च होते हैं. आमतौर पर एक शव को दाह करने के लिये करीब छह मन लकड़ी की आवश्यकता होती है. वर्तमान में श्मशान के आस-पास एक मन लकड़ी की कीमत दो सौ रूपये है. पिछले सप्ताह से श्मशान के दोनों विद्युत चूल्हे खराब हैं, लेकिन इसके मरम्मत के लिये प्रशासन ने अबतक कोई पहल नहीं की है. काजीग्राम पंचायत के सादुल्लापुर इलाके के तृणमूल पंचायत सदस्य प्रदीप मंडल ने बताया कि करीब एक महीने पहले दोनों विद्युत चूल्हे खराब हो गये थे. उसकी मरम्मत करायी गयी थी. पिछले सप्ताह से दोनों चूल्हे फिर से खराब हो गये हैं.
अंतिम संस्कार के लिये शव को लेकर आने वाले लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. खर्च तो बढ़ ही रहा है, साथ ही जगह के अभाव में घंटों इंतजार करना पड़ रहा है. बारिश के मौसम में शव को लेकर लाइन में खड़ा रहना भी एक समस्या है. इस समस्या से जिला परिषद को अवगत कराया जा चुका है. उसके बाद भी चूल्हा मरम्मती के लिये अभीतक कोई कदम नहीं उठाया गया है.
जिला परिषद की अतिरिक्त कार्य निर्वाही अधिकारी मलय मुखर्जी ने बताया कि विद्युत चूल्हा खराब होने की कोई जानकारी उन्हें नहीं है. समस्या का अविलंब समाधान किया जायेगा.