सिलीगुड़ी: सिलीगुड़ी नगर निगम के मेयर तथा माकपा विधायक अशोक भट्टाचार्य ने वाम बोर्ड के खतरे में होने की संभावना से साफ इंकार कर दिया है. उन्होंने कहा है कि वाम मोरचा बोर्ड को किसी भी प्रकार का कोई खतरा नहीं है और यह बोर्ड 2020 तक अपना कार्यकाल पूरा करेगी. उन्होंने वार्ड नंबर 26 के माकपा पार्षद दीपायन राय के इस्तीफे को भी अफवाह बताया है. उल्लेखनीय है कि दीपायन राय ने बृहस्पतिवार को बताया था कि विकास कार्यों को लेकर मेयर उनके वार्ड की अनदेखी कर रहे हैं.
उन्होंने इस्तीफे की धमकी दी थी और कहा था कि इस आशय का पत्र उन्होंने माकपा के जिला सचिव जीवेश सरकार को सौंप दिया है. उनके इस ऐलान के बाद यहां वाम मोरचा बोर्ड में खलबली मच गई थी. सिलीगुड़ी नगर निगम में वाम मोरचा बोर्ड पहले से ही अल्पमत में है. कांग्रेस की सहायता से वाम बोर्ड चल रही है. वाम मोरचा के सहयोगी फारवर्ड ब्लॉक की पांच नंबर वार्ड की पार्षद दुर्गा सिंह पहले ही फारवर्ड ब्लॉक छोड़कर तृणमूल कांग्रेस में शामिल हो गई है.
अब दीपायन राय के इस्तीफे की धमकी ने मेयर अशोक भट्टाचार्य के साथ ही माकपा के अन्य नेताओं को हिला कर रख दिया है. हालांकि आज दीपायन राय भी इस्तीफे की धमकी से मुकर गये. उन्होंने कहा है कि वह माकपा में थे और माकपा में ही रहेंगे. उन्होंने यह माना कि उनके वार्ड में विकास का काम नहीं होने से थोड़े नाराज हैं. दूसरी तरफ मेयर ने भी दीपायन राय के साथ रहने का दावा किया है. मेयर अशोक भट्टाचार्य ने एक प्रेस बयान जारी कर कहा कि दीपायन राय ने कभी भी इस्तीफा देने की बात नहीं कही है.
दरअसल तृणमूल कांग्रेस नगर निगम पर कब्जा करने के लिए वाम बोर्ड को गिराना चाहती है. इस प्रकार की झूठी अफवाह तृणमूल कांग्रेस के द्वारा ही फैलायी जा रही है. प्रेस बयान में श्री भट्टाचार्य ने आगे कहा है कि दो साल पहले जब वह मेयर बने थे, तभी से तृणमूल कांग्रेस पीछे पड़ी हुई है. राज्य सरकार द्वारा किसी भी प्रकार का आर्थिक सहयोग नहीं मिलने के बाद भी जनमूलक और विकास के कार्य चल रहे हैं. श्री भट्टाचार्य ने आगे कहा है कि नगर निगम में वर्तमान बोर्ड ने अपने कार्यकाल का दो साल पूरा कर लिया है. बचे हुए तीन साल के कार्यकाल को भी पूरा करेंगे.