पूज्यप्रवर के पदार्पण के समय वहां के प्रशासनिक अधिकारियों का सहयोग मिलता रहे, इस उद्देश्य से समिति के अध्यक्ष कमल दुगड़ के निर्देशन से रास्ते की सेवा के संयोजक वरिष्ठ उपाध्यक्ष अमरचंद दुगड़ के नेतृत्व में कार्यकर्ताअों की टीम ने पश्चिम बंगाल पुलिस विभाग के पश्चिम क्षेत्र पुलिस महानिरीक्षक राजीव मिश्रा व बर्दवान जिले के एसपी कुणाल अग्रवाल से विशेष भेंट की.
उन्हें गुरुदर्शन सेवा हेतु आमंत्रित किया. साथ ही निवेदन किया कि आचार्य श्री महाश्रमणजी की पदयात्रा के साथ अहिंसा यात्रा में प्रशासन से सहयोग मिले. उन्होंने आचार्यश्री की अंहिसा यात्रा के बारे में विस्तार से बताया कि पिछले तीन वर्षों से आचार्यश्री महाश्रमणजी अपनी धवल सेना के साथ सद्भावना, नैतिकता व व्यसन मुक्ति का जन-जन को संदेश देते हुए नेपाल , भूटान, भारत देश के विभिन्न राज्यों में विचरण करते हुए पश्चिम बंगाल पधार रहे हैं. वे नैतिक राष्ट्र के निर्माण के लिए निरंतर प्रयत्नशील महान साधक है.
एक साहित्यकार भी है. अहिंसा प्रणेता के सैद्धांतिक जीवन के बारे में सुनकर पुलिस महानिरीक्षक बहुत प्रभावित हुए. एसपी ने पूज्य प्रवर की यात्रा के दौरान पूर्ण सुरक्षा व संरक्षण देने का आश्वासन दिया. इस अवसर पर लक्ष्मीपत बाफना, शिखरचंद लूणावत, नवरतन बोथरा, अशोक बरड़िया, दिनेश सुराना, मनोज कोठारी, बाबूलाल बांठिया व दुर्गापुर के श्रावकगण भी उपस्थित थे. यह जानकारी व्यवस्था समिति की महामंत्री सूरज बरड़िया ने दी.