जनसभा को संबोधित करते हुए विधानसभा के विरोधी दलनेता अब्दुल मन्नान ने कहा कि राज्य की जनता पहले से ही तृणमूल सरकार से त्रस्त है और अब मोदी सरकार ने बोझ बढ़ा दिया है. मोदी सरकार देश को खोखला कर रही है, लेकिन जनता इस बात को समझ नहीं पा रही है. नोटबंदी की घोषणा के बाद प्रधानमंत्री ने 50 दिन का समय मांगा था लेकिन अभी भी परिस्थिति सामान्य नहीं हुयी है. लोग अपना रूपया ही बैंक से नहीं निकाल पा रहे हैं. रोजमर्रा की वस्तुएं महंगी हो रही है. डीजल व पेट्रोल की कीमत भी धीरे-धीरे आसमान छू रहा है. देश के प्रधानमंत्री नागरिकों के लिये प्रताड़क बन चुके हैं.
मोदी के नेतृत्व में हमारा देश दिशाहीन होकर आगे बढ़ चला है. जिलाध्यक्ष सह सांसद मौसम नूर ने मोदी सरकार पर करारा प्रहार करते हुए कहा कि उनके अच्छे दिन अभी तक नहीं आये हैं. उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा स्वर्गीय गनीखान चौधरी के समय में कांग्रेस ने मालदा में एक इंजीनियरिंग कॉलेज चालू किया था जबकि मोदी सरकार उसे बंद कराने की साजिश रच रही है. भाजपा को आगाह करते हुए मौसम नूर ने कहा कॉलेज को सुदृढ़ रूप से जारी रखने को लेकर एक जनआंदोलन संगठित किया जायेगा. उन्होंने कहा कि मालदा जिला परिषद पर राज्य की सत्ताधारी पार्टी तृणमूल कांग्रेस ने जबरन कब्जा जमाया है. इसके अतिरिक्त कई ग्राम पंचायतों पर भी सत्ताधारी पार्टी कब्जा जमा चुकी है. जहां कांग्रेस ने अविश्वास प्रस्ताव लाया है वहां प्रशासन द्वारा चुनाव नहीं कराया जा रहा है. तृणमूल ने बदमाशों की सहायता से मालदा के छह कॉलेज के छात्र संसद पर कब्जा किया है.