साथ ही कहा कि मोदी की हिटलरशाही और मनमानी का खामियाजा देश की आम जनता भुगत रही है. उन्होंने कहा कि मोदी जी नोटबंदी, कैशलेश और डिजिटल इंडिया के नाम पर अपनी मनमानी देश की जतना पर जबरदस्ती थोपना चाहते हैं. जो 1975 के आपातकाल से भी अधिक विकराल रूप धारण करता जा रहा है.
बीते वर्ष आठ नवंबर को मोदी जी द्वारा नोटबंदी के फरमान का पूरे देश में एकमात्र तृकां सुप्रीमो ममता बनर्जी ने आवाज उठायी और देशव्यापी आंदोलन लगातार जारी है. तृकां के इस देशव्यापी आंदोलन से बौखला कर मोदी अब बदले की सियासत करने पर उतारू हो गये हैं और अपने पावर का गलत इस्तेमाल सीबीआइ पर कर रहे हैं. सीबीआइ अधिकारियों पर दबाव देकर तृकां के सांसद-नेता-मंत्रियों को चिटफंड जैसे घोटालों में झूठे मामलों में फंसाकर बेवजह परेशान करने का फरमान जारी कर रखे हैं.
श्री अधिकारी ने मोदी को चेतावनी देते हुए कहा कि तृकां और देश की जनता मोदी की हिटलरशाही व मनमानी अब और बर्दाश्त नहीं करेगी. उनके विरूद्ध तृकां लगातार आंदोलन जारी रखेगी. आज बागडोगरा में धरना-प्रदर्शन के दौरान तृकां के वरिष्ठ नेता मदन भट्टाचार्य समेत भारी तादाद में नेता, कार्यकर्ता और समर्थक शामिल हुए. वहीं, सिलीगुड़ी के हिलकार्ट रोड में भी तीन दिनों से दार्जिलिंग जिला तृकां के बैनर तले जारी धरना-प्रदर्शन के अंतिम दिन सुबह से ही बड़ी संख्या में नेता, कार्यकर्ता मौजूद रहे. आज खासकर छात्र व युवा नेता और कार्यकर्ताओं की उपस्थिति अधिक रही.