लेकिन राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी नोटबंदी के खिलाफ अकेली खड़ी होकर आंदोलन का दिखावा करने में जुटी हुई है. इस आंदोलन से राज्य के लोगों को कोई मतलब नहीं है. भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पांच व एक हजार रुपये के नोट रद्द करने के फैसले को देश की 97 प्रतिशत जनता ने सहर्ष स्वीकार कर लिया है. देश के नागरिक नोटबंदी के खिलाफ नहीं बल्कि समर्थन में हैं. कुछ राजनीतिक पार्टियां सिर्फ अपने राजनीतिक फायदे के लिये इसे मुद्दे बनाकर आंदोलन कर रही है. वास्तविकता यह है कि नोटबंदी को लेकर आंदोलन करने वालों के खिलाफ पूरे देश की जनता ठहाके लगाकर हंस रही है. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के हाथों से राज्य की सत्ता निकलती जा रही है. पार्टी समर्थकों पर उनका कोई नियंत्रण ही नहीं है. पूरे राज्य में अराजकता की स्थिति पैदा हो गयी है. राज्य में और कोई मुद्दा ना देख सिर्फ मीडिया में बने रहने के लिये मुख्यमंत्री ममता बनर्जी नोटबंदी के खिलाफ दिल्ली में डींग हांक रही है. इससे उन्हें कोई लाभ मिलने वाला नहीं है. उल्लेखनीय है कि नोटबंदी के वजह से उत्तर बंगाल के चाय बागानों की स्थिति काफी नाजुक हो चली है.
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नोटबंदी पर दीदी के आंदोलन से हंस रहे हैं लोग : दिलीप
सिलीगुड़ी.नोटबंदी पर राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के आंदोलन पर पश्चिम बंगाल सहित पूरे देश की जनता ठहाके लगा रही है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार के खिलाफ कोई भी मुद्दा नहीं मिलने की वजह से मुख्यमंत्री नोटबंदी को लेकर दिल्ली की राजनीति में कदम बढ़ा रही है. यह कहना है भाजपा […]
सिलीगुड़ी.नोटबंदी पर राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के आंदोलन पर पश्चिम बंगाल सहित पूरे देश की जनता ठहाके लगा रही है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार के खिलाफ कोई भी मुद्दा नहीं मिलने की वजह से मुख्यमंत्री नोटबंदी को लेकर दिल्ली की राजनीति में कदम बढ़ा रही है. यह कहना है भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष का. वे एक कार्यक्रम में शिरकत करने के लिये जलपाइगुड़ी जा रहे थे. मंगलवार सुबह न्यू जलपाईगुड़ी रेलवे स्टेशन पर उतर कर वह जलपाइगुड़ी के लिये रवाना हुए.
पत्रकारों को संबोधित करते हुए श्री घोष ने राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर जम कर हमला बोला. उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल में कानून व्यवस्था की धज्जियां उड़ रही है. उसकी कोई परवाह मुख्यमंत्री को नहीं है. कोलकाता के हावड़ा स्थित धूलागढ़ में 90 घरों को आग के हवाले कर दिया गया. पूरे राज्य में विरोधियों पर जानलेवा हमले हो रहे हैं. महिलाओं व युवतियों के साथ बलात्कार की घटना प्रतिदिन अखबारों की हेडलाइन बन रही है.
श्रमिकों को उनका मेहनताना समय पर नहीं मिल पा रहा है. नोटबंदी की वजह से बागान मालिक भी परेशान हैं. इस संबंध में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष ने कहा कि नोटबंदी की वजह से एक भी चाय बागान बंद नहीं हुआ है. थोड़ी दिक्कत जरूर आयी है. उसका समाधान किया जा रहा है. उन्होंने आगे कहा कि नोट बंदी के पहले से ही उत्तर बंगाल के 16 चाय बागान बंद थे. इस संबंध में राज्य सरकार को केंद्रीय वाणिज्य मंत्रालय से विचार-विमर्श कर समस्या का समाधान ढूंढ़ना चाहिए.
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