सिलीगुड़ी. सूचना-प्रद्यौगिकी के जरिये देश के राजस्व को नुकसान पहुंचाने वाला एक इंजीनियर दार्जिलिंग जिला पुलिस के हत्थे चढ़ गया है. मंगलवार को आरोपी इंजीनियर को सिलीगुड़ी जिला एसीजेएम अदालत में पेश किया गया. अदालत ने जमानत याचिका खारिज कर उसे 14 दिन के रिमांड पर पुलिस को सौंप दिया है. आरोपी इंजीनियर का किसी […]
सिलीगुड़ी. सूचना-प्रद्यौगिकी के जरिये देश के राजस्व को नुकसान पहुंचाने वाला एक इंजीनियर दार्जिलिंग जिला पुलिस के हत्थे चढ़ गया है. मंगलवार को आरोपी इंजीनियर को सिलीगुड़ी जिला एसीजेएम अदालत में पेश किया गया. अदालत ने जमानत याचिका खारिज कर उसे 14 दिन के रिमांड पर पुलिस को सौंप दिया है. आरोपी इंजीनियर का किसी आतंकवादी संगठन के साथ रिश्ता है या नहीं पुलिस पहले इस दिशा में जांच कर रही है.
क्या है घटना : सोमवार की रात दार्जिलिंग जिला पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा ने भारत-नेपाल सीमांत इलाका पानीटंकी से बीटेक इंजीनियर को गिरफ्तार किया गया. आरोपी इंजीनियर का नाम रणविजय सिंह (33) बताया गया है. आरोपी पड़ोसी राज्य बिहार के सिवान जिले के जीरादेई गांव का रहनेवाला है. कुछ नर्ष पहले ही उसने राजस्थान के किसी विश्वविद्यालय से इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी की है. आरोपी के पास से पुलिस को नेपाल के 150 तथा, 37 भारतीय सिम कार्ड मिले हैं.
इसके साथ ही अलग-अलग नंबरवाले तीन भारतीय मतदाता पहचान पत्र, चार लैपटॉप, कुछ एटीएम कार्ड, स्वाइप मशीन, जीएसएम सहित कुल 42 अत्याधुनिक मशीन और यंत्र बरामद किये गये हैं. उसके पास से इन चीजों की बरामदगी से पुलिस को पहले किसी आतंकी संगठन से उसके जुड़े होने का संदेह हुआ. प्राथमिक जांच में पुलिस को पता चला है कि आरोपी विदेश से आनेवाले कॉल को लोकल कॉल में परिवर्तित करने का काम करता था. अमेरिका, चीन, दुबई, ओमान, कतार व कई खाड़ी देशों से आरोपी के पास रोजाना कॉल आये करते थे. प्रशासनिक सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार आरोपी इंजीनियर रण विजय सिंह वर्ष 2015 में ओमन से सीधे सिलीगुड़ी पहुंचा था. पहले उसने सिलीगुड़ी मेट्रोपोलिटन पुलिस कमिश्नरेट के अधीन प्रधान नगर थाना इलाके में अपना डेरा जमाया था. उसके बाद हाल ही में वह भारत-नेपाल सीमांत पानीटंकी इलाके में एक किराये में अपना अड्डा चलाने लगा. पुलिस अब भी उसके किसी आतंकी संगठन से जुड़े होने का संदेह कर रही है.
क्या कहते हैं सरकारी वकील
सरकारी वकील सुदीप राय बासुनिया ने बताया कि आरोपी रण विजय सिंह पर अंतराष्ट्रीय कॉल को लोकल कॉल में परिवर्तित कर सरकार के राजस्व में हानि पहुंचाने के आरोप पर गिरफ्तार किया गया है. एसीजेएम न्यायाधीश ने आरोपी को 14 दिन की रिमांड पर पुलिस को सौंप दिया है.
पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार आरोपी पर साइबर क्राइम की धाराएं भी लगायी गयी हैं. आरोपी के पास से बरामद यंत्रों कोर पुलिस कई दिशाओं को टटोल रही है. पुलिस प्राथमिकता के साथ आरोपी के किसी आतंकी गुट के साथ संबंध होने की ओर जांच कर रही है. दूसरी ओर अंतराष्ट्रीय कॉल को लोकल कॉल में परिवर्तित करने, मोबाइल हैकिंग, बैंक खाते से रुपये उड़ाने जैसी हर संभावनाओं की जांच की जा रही है.
क्या कहना है एसपी का
दार्जिलिंग जिला पुलिस अधीक्षक अमित पी जवालगी ने बताया कि सोमवार की रात रण विजय सिंह नामक बीटेक इंजीनियर को भारत-नेपाल सीमांत इलाके से गिरफ्तार किया गया है. आरोपी के पास से कई अत्याधुनिक मशीन व अन्य यंत्र बरामद हुए हैं. आरोपी का किसी आतंकी संगठन के साथ किसी भी प्रकार का संबंध है या नहीं, इसकी जांच की जा रही है. इसके अतिरिक्त अंतरराष्ट्रीय कॉल परिवर्तित करना, बैंक खाते से रुपये गायब करने सहित प्रत्येक संभावनाओं को टटोला जा है. आरोपी के साथ जुड़े गिरोह की भी तलाश की जा रही है.