इस घटना के बाद बिहार पुलिस ने सिलीगुड़ी मेट्रोपोलिटन पुलिस कमिश्नरेट से संपर्क साधा है. गौरतलब है कि बिहार में शराब पर पूर्ण पाबंदी है. वहां आलम यह है कि शराब के आदि हजारों रूपए के एवज में भी शराब पीने को बेताब हैं. भारी मांग को देखते हुए ब्लैक मे शराब बेचने का धंधा बिहार में काफी फल-फूल रहा है.
प्रधाननगर थाने की पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार सोमवार की रात शहर के दार्जिलिंग मोड़ से एक पिकअप वैन सहित पांच लाख का विदेशी शराब जब्त किया गया है. इस मामले में बिहार के पुर्णिया जिला निवासी तीन आरोपियों को भी गिरफ्तार किया गया है. पुलिस ने बताया कि सिलीगुड़ी से पांच लाख की शराब खरीद कर ये तीनों पुर्णिया के लिये रवाना हुए थे. गुप्त सूचना के आधार पर पुलिस टीम ने इन्हें दार्जिलिंग मोड़ में ही धर दबोचा. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार गिरफ्तार तीनों आरोपियों से की गयी पूछताछ ज्ञात हुआ है कि शराब बंदी के बाद से ही ये तीनों शराब की कालाबाजारी का धंधा कर रहे हैं. पिछले कुछ महीनों में यहलोग कई बार सिलीगुड़ी आये और लाखों का शराब बिहार ले गए. सिलीगुड़ी से शराब खरीदकर काफी अधिक दाम पर बिहार में बेचते थे. सिलीगुड़ी मेट्रोपोलिटन पुलिस कमिश्नरेट के डिप्टी पुलिस कमिश्नर(हेडक्वाटर) इंद्र चंक्रवर्ती ने बताया कि इस अभियान में गणेश कुमार, पप्पू साह व रामबाबू साह को गिरफ्तार किया गया है. मंगलवार को इन तीनों आरोपियों को सिलीगुड़ी जिला अदालत में पेश किया गया है. अदालत ने तीनों आरोपियों पांच दिन की पुलिस रिमांड पर सौंप दिया है. जब्त शराब करीब सात सौ लीटर है. इसकी कीमत करीब पांच लाख रूपये है.
इस गिरोह की जड़ें खोद निकालने के लिये पुलिस जांच में जुट गयी है. उल्लेखनीय है कि बिहार में शराब बंदी के बाद से ही सिलीगुड़ी से शराब बिहार पहुंचाये जाने के आरोप सामने आते आये हैं.हांलाकि अबतक प्रशासन के हाथ कुछ नहीं लगा था. प्रधाननगर थाने की पुलिस द्वारा चलाये गये इस अभियान के बाद यह बात अब पक्की हो गयी है कि बिहार के शराब तस्कर यहां सक्रिय हैं. सिलीगुड़ी के कुछ विदेशी शराब दुकानदारों का कहना है कि बिहार मे शारबबंदी से सिलीगुड़ी में शराब कारोबा अच्छा हुआ है.