मिली जानकारी के अनुसार, शुक्रवार की शाम सिलीगुड़ी जंक्शन रेलवे स्टेशन इलाके से चाइल्ड इन नीड इंस्टीच्यूट (सिनी) ने एक 16 वर्षीय बालक को बरामद किया है. वह अपना नाम मोहम्मद अलमत अली बता रहा है. उसका घर पड़ोसी राज्य असम के दक्षिण सालमारा जिले के सालमारा गांव में है. यह इलाका गुवाहाटी से करीब ढाई सौ किलोमीटर दूर ब्रह्मपुत्र के किनारे स्थित है. बचपन में दोस्तों के साथ खेलते समय उसके एक आंख में गहरी चोट आयी थी. समय के साथ पीड़ा बढ़ती चली गयी. अभी आलम यह है कि वह एक आंख से कुछ नहीं देख पा रहा है, जबकि दूसरे आंख से उसे धुंधला नजर आता है.
इस परिस्थिति में वह नेपाल जाकर इलाज कराने के लिए घर से निकल पड़ा. सिनी से मिली जानकारी के अनुसार बालक काफी गरीब परिवार से है. उसे बस इतना पता है कि उसके मात-पिता उसका इलाज कराने के लिये आर्थिक रूप से सक्षम नहीं हैं. उसे किसी से मालूम हुआ कि उसकी आंख ठीक हो सकती है, लेकिन इलाज के लिये उसे नेपाल जाना होगा.
इसके बाद ही बह नेपाल जाने के लिये व्यग्र हो उठा. पिछले कुछ महीनों में उसने अपने गांव में घूम-घूम कर रुपया इकट्ठा किया और उसके बाद नेपाल जाने के लिये निकल पड़ा. एक ऐसा बालक जिसे दोनों आंखों से लगभग नहीं दिखायी देता, उसने ब्रह्मपुत्र नदी के तट से सिलीगुड़ी तक का सफर अकेले कैसे तय किया होगा, यह सोच कर दिल कांप उठता है. शुक्रवार की शाम सिनी ने उसे बरामद कर जिला चाइल्ड वेलफेयर कमिटी को सुपुर्द कर दिया है. कमिटी उसे एक होम में रखकर उसके इलाज की व्यवस्था में जुट गयी है. जबकि एक टीम उसके घर से संपर्क करने में जुटी हुई है.