सिलीगुड़ी. पिछले 24 घंटों से लगातार बारिश की वजह से सिलीगुड़ी तथा इसके आसपास के इलाकों में बहने वाली सभी नदियां पूरे उफान पर है. महानंदा, पंचनई, महिशमारी तथा साहू नदी का जल स्तर काफी बढ़ गया है. हालांकि अब तक जान-माल के नुकसान की कोई खबर नहीं है, लेकिन जन-जीवन पूरी तरह से अस्त-व्यस्त हो गया है. पहाड़ पर भारी बारिश की वजह से सिलीगुड़ी शहर के बीचो-बीच गुजरने वाली महानंदा नदी का जल स्तर काफी बढ़ गया. महानंदा ब्रिज के निकट महाकालपल्ली इलाके में महानंदा का पानी सड़क पर आ गया. इसकी वजह से सूर्यसेन रोड पर कई घंटों तक वाहनों की आवाजाही बंद रही.
एहतियात के तौर पर आपदा प्रबंधन टीम को भी सतर्क कर दिया गया है. सुबह से ही महानंदा नदी में उफान को देखने के लिए स्थानीय लोगों की काफी भीड़ इकट्ठी हो गई थी. दिन में करीब 11 बजे के बाद सूर्यसेन रोड से पानी नीचे उतर आया. महानंदा नदी में उफान की वजह से सिलीगुड़ी नगर निगम के वार्ड एक, तीन, चार, पांच तथा 46 सहित नीचले इलाकों में पानी भर गया. कई घरों में पानी घुसने की भी खबर है. महानंदा नदी के अलावा वार्ड 46 होकर गुजरने वाली महेशमारी नदी का भी जल स्तर बढ़ने से प्रमोदनगर, उत्पल नगर, गोविंद नगर आदि इलाकों सहित कई इलाके जलमग्न हो गये हैं.
पंचनई नदी भी पूरे उफान पर है. नदी के तेज बहाव के चलते दागापुर के निकट पंचनई ब्रिज का एक हिस्सा धंस गया है. जैसे ही इस बात की खबर प्रशासन तथा पुलिस को लगी, उस ब्रिज होकर वाहनों की आवाजाही बंद कर दी गई. सिलीगुड़ी से दार्जिलिंग की ओर जाने वाले सड़क पर वाहनों की आवाजाही रोक दी गई है. दागापुर इलाके में कई सरकारी तथा गैर सरकारी स्कूल हैं. सिलीगुड़ी में पढ़ने वाले बच्चे पंचनई ब्रिज पार कर ही स्कूल जाते हैं. जैसे ही पंचनई ब्रिज के एक हिस्से के धंसने की खबर मिली, दागापुर इलाके के स्कूलों में बच्चों को छुट्टी दे दी गई. पंचनई नदी पर वाहनों को नियंत्रित करने के लिए वहां पुलिस पिकेटिंग लगायी गई है. इस बीच, साहू नदी का बांध टूटने से डाबग्राम तथा फूलबाड़ी इलाका पूरी तरह से जलमग्न हो गया है.
इस इलाके में सैकड़ों घरों में पानी घुस गया है. बारिश की वजह से पहाड़ पर भी कई स्थानों पर भूस्खलन होने की खबर है. हालांकि इसमें जान-माल के नुकसान की कोई खबर नहीं है, लेकिन सिलीगुड़ी तथा सिक्किम के बीच वाहनों की आवाजाही प्रभावित हुई है. प्राप्त जानकारी के अनुसार, दार्जिलिंग पर्वतीय क्षेत्र के पांच स्थानों पर भूस्खलन हुआ है, जिसकी वजह से यातायात पर बुरा असर पड़ा है. कर्सियांग थाना अंतर्गत पंखाबाड़ी रोड के चेलुनी धुरा में भूस्खलन की खबर है. सिलीगुड़ी तथा मिरिक के बीच गाड़ीधुरा आउटपोस्ट के अधीन रेतीखोला में भूस्खलन की वजह से वाहनों की आवाजाही बंद कर दी गई है. सेवक के निकट काली मंदिर इलाके में भी भूस्खलन की खबर है. यहां मलवे को हटाने का काम किया जा रहा है. पुल बाजार थाना अंतर्गत कमराटार तथा सिक्किम के जोरथांग के बीच भी भूस्खलन की खटना घटी है. इसके अलावा रोहिनी में भी भूस्खलन हुआ है. भूस्खलन की वजह से कारगिलधुरा में एक शौचालय मलवे में दब गया. दार्जिलिंग के जिला शासक अनुराग श्रीवास्तव ने बताया है कि विभिन्न स्थानों पर मलवा हटाने का काम जारी है. कई स्थानों से मलवे हटा भी दिये गये हैं. जहां से मलवे हटा दिये गये हैं, वहां वाहनों की आवाजाही सामान्य हो गई है.
पार्क में निकला अजगर
महानंदा नदी में जल स्तर बढ़ने की वजह से सिलीगुड़ी नगर निगम के वार्ड नंबर 10 में स्थित सूर्यसेन पार्क में दो अजगर के निकल आने से खलबली मच गई. माना जा रहा है कि दोनों अजगर महानंदा के पानी में बहकर पार्क में आ गये होंगे. महानंदा नदी का जल स्तर बढ़ने से सूर्यसेन पार्क भी पानी से लबालब भर गया था. अजगर निकलने की सूचना वन विभाग को दी गई. बाद में वन विभाग के लोग मौके पर पहुंचे और दोनों अजगर को पकड़ कर अपने साथ ले गये. वन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि प्राथमिक जांच के बाद दोनों अजगरों को सुकना के जंगल में छोड़ दिया जायेगा.
घर पर पेड़ गिरा
लगातार हो रही बारिश से दार्जिलिंग नगरपालिका के अंतर्गत भुटिया बस्ती में एक पेड़ गिर गया, जिससे एक घर बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया है. जानमाल के नुकसान की खबर नहीं है. घटना की जानकारी मिलते ही नागरिक सुरक्षा विभाग के अधिकारी और कर्मचारी मौके पर पहुंचे और गिरे हुए पेड़ को हटाया. मालूम हो कि लगातार बारिश के कारण पहाड़ पर भूस्खलन एवं पेड़ गिरने जैसी खबर रोज सुनने को मिल रही है.