जलपाईगुड़ी. बीते एक महीने में एक वनबस्ती के प्राथमिक विद्यालय पर हाथियों ने छह बार हमला बोला. इस बार हाथियों का दल विद्यालय में जमीन से ऊंचाई पर बने स्टोर रूम में रखा मिडडे मील का चावल उठा ले गये. घटना जलपाईगुड़ी के गोरूमारा नेशनल पार्क से लगे लाटागुड़ी की बिचाभांगा वनबस्ती प्राथमिक विद्यालय की है.
मिडडे मील का चावल सीमेंट से बने पक्के स्टोर रूम में रखा हुआ था. लेकिन मंगलवार को हाथियों ने स्टोर रूम को पूरी तरह मिट्टी में मिला दिया. हाथी उसमें रखा दो बोरा चावल उठा ले गये. हाथियों ने रास्ते में कई अन्य घरों के स्टोर रूम का जंगला तोड़ दिया.
विद्यालय के शिक्षक खुर्शीद आलम ने बताया, बीते जून महीने से लेकर अब तक हाथियों ने मिडडे मील के चावल के लिए उनके स्कूल पर एक के बाद एक कुल छह बार हमला किया. हाथियों ने स्कूल का भवन ढहा दिया जिससे छात्र-छात्राओं के पठन-पाठन में परेशानी आ रही है. अलग से बने रसोईघर में चावल रखा जाता था, उसे भी हाथियों ने ध्वस्त कर दिया. इसके बाद चावल को सुरक्षित रखने के लिए जमीन से ऊंचाई पर पक्का स्टोर रूम (टंग घर) बनवाया गया. लेकिन मंगलवार को गोरूमारा जंगल से आये हाथियों ने इस टंग घर को भी तोड़ दिया और चावल के बोरे उठा ले गये. अब चावल कैसे बचाया जाये, इसके लिए शिक्षक खुर्शीद आलम ने माल महकमा प्रशासन का दरवाजा खटखटाया है. माल महकमा अधिकारी ज्योर्तिमय तांती ने बताया, इस तरह हाथियों का हमला चिंता का कारण बन गया है.
बिचाभांगा की ही तरह हाथियों ने नागराकाटा और मेटली ब्लॉक में जंगल से लगे कई स्कूलों पर हमलाकर रसोईघर ढहा दिया है और मिडडे मील का चावल खा लिया है. कुछ स्कूलों में जमीन से ऊंचाई पर कमरा तैयार कर चावल छिपाकर रखा जा रहा है, लेकिन तब भी हाथियों के हमले से छुटकारा नहीं मिल रहा है. उन्होंने बताया कि इस समस्या का हल निकालने के लिए वन्यप्राणी विभाग के साथ चर्चा की जायेगी.