सिलीगुड़ी: सिलीगुड़ी नगर निगम की सत्ता में आये वाम मोरचा बोर्ड का एक वर्ष पूरा हो चुका है. विधानसभा चुनाव की वजह से बजट में पहले ही देरी हो चुकी है. आगामी 28 जून को वामो मेयर अशोक भट्टाचार्य निगम में दूसरी बार बजट पेश करेंगे. इस बार के बजट पर वाम बोर्ड को घेरने की पूरी तैयारी तृणमूल व कांग्रेस ने कर रखी है.
सिलीगुड़ी नगर निगम इलाके में प्लास्टिक कैरी बैग पर पाबंदी को लेकर दोनों दलों ने पूरी रणनीति तैयार कर ली है. बजट को लेकर निगम के मेयर अशोक भट्टाचार्य ने निगम के सभी पक्षों से 24 जून तक लिखित राय मांगी थी. उसके बाद सिलीगुड़ी नगर निगम के विरोधी दल नेता नांटू पाल व कांग्रेस वार्ड पार्षद तीन नंबर बोरो चेयरमैन सुजय घटक ने निगम आयुक्त को लिखित प्रस्ताव सौंपा है.
क्या हैं कांग्रेस का प्रस्ताव
तीन नंबर बोरो कार्यालय में पत्रकारों को संबोधित करते हुए कांग्रेस नेता सुजय घटक ने कहा कि मेयर अशोक भट्टाचार्य बार-बार राज्य सरकार पर आर्थिक असहयोगि का आरोप लगाते आये हैं, जबकि बगैर पैसे के भी कुछ कार्य किये जा सकते हैं. उन कार्यों पर निगम का कोई ध्यान नहीं हैं. उन्होंने कहा कि इस बार के प्रस्ताव में बिना आर्थिक खर्च के कार्यों पर मेयर का ध्यान आकर्षित करने की कोशिश की गयी है. कांग्रेस का पहला प्रस्ताव है कि निगम इलाके में प्लास्टिक कैरी बैग पर पांबदी लगाना पहली प्राथमिकता होनी चाहिए. इससे पहले कांग्रेस बोर्ड सिलीगुड़ी में प्लास्टिक पर पाबंदी लगाने में सफल हुयी थी.
निगम इलाके के सड़को और नालों पर हो रहे अवैध निर्माण पर भी पाबंदी लगाना आवश्यक है. शहर में जलनिकासी व्यवस्था को सुदृढ करने की जरूरत है. स्वास्थ विभाग में कर्मचारियों की नियुक्ति की आवश्यकता है. केंद्र की ओर से नेशनल अरबन हेल्थ मिशन के तहत करोड़ो रूपया पड़ा हुआ है और इसका कोई उपयोग नहीं हो रहा है. मातृ सदनों में चिकित्सा सेवाओ में वृद्धि नहीं हो रही है. सड़को का रख रखाव, ट्रेड लाईसेंस में धांधली पर रोक और अवैध होर्डिंग को हटाना भी निगम की प्राथमिकता होनी चाहिए. इसके अतिरिक्त निगम इलाके में जहां तहां गंदगी फैलाने पर जुर्माना लगाकर इस पर नियंत्रण किया जा सकता है. श्री घटक ने कहा कि इन कार्यों को करने में किसी भी प्रकार की नगद राशि खर्च करने की जरूरत नहीं है. इसके अतिरिक्त सड़क दखल करने को लेकर भी निगम ने आज तक कोई खास कदम नहीं उठाया है.
हालांकि कुछ दिन पहले ऐसी ही एक गुमटी में आग लगने की वजह से दो बच्चों की जान चली गयी थी. पूरा शहर होर्डिंग और फ्लैक्स से भरा पड़ा है. इन होर्डिंग और फ्लैक्स से निगम के आय में कोइ बढ़ोत्तरी नहीं हो रही है. चुनाव से पहले महानंदा तट पर कब्जे को लेकर काफी बड़ी-बड़ी बातें की गयी थी, लेकिन निगम चुनाव समाप्त होने के बाद स्थिति जस की तस बनी हुयी है. बल्कि अवैध निर्माण में और वृद्धि हुयी है. ठेके पर नियुक्त किये जाने वाले कर्मियों की संख्या काफी ज्यादा बढ़ी है. इससे निगम पर करीब 20 लाख रूपए का बोझ बढ़ा है. निगम ने शहर की सफाई के लिये तीन नयी अत्याधुनिक गाड़ियां खरीदी है.इससे इंधन का तीस लाख रूपए का खर्च बढ़ा है. वाम मोरचा बोर्ड पर एक गंभीर आरोप लगाते हुए श्री घटक ने कहा कि बोरो कमिटी से कर्मचारियों का तबादला निगम की ओर से किया जा रहा है, लेकिन बोरो चेयरमैन को इसको कोई जानकारी नहीं दे जाती है. विगत दिसंबर महीने में तीन नंबर बोरो कमिटी से एक कर्मचारी का तबादला किया गया था.इसकी कोई जानकारी बोरो कमिटी को नहीं दी गयी थी. जिसकी वजह से आज भी उपस्थिति खाते में उसका नाम है.
भाजपा का प्रस्ताव : सिलीगुड़ी नगर निगम में भाजपा के दो वार्ड पार्षद है. आठ नंबर वार्ड की भाजपा पार्षद खुशबू मित्तल ने कहा कि शुक्रवार को प्रस्ताव निगम को सौपेंगी. प्रस्ताव के संबध में उन्होंने कहा कि सिलीगुड़ी के एस.एफ रोड में एक शौचालय और निगम कार्यालय बनाए जाने से लाभ होगा. जलनिकासी और शहर में पार्किंग की व्यवस्था सुदृढ करने आदि विषयों को बजट में प्राथमिकता मिलनी चाहिए. प्लास्टिक पर पाबंदी को लेकर श्रीमती मित्तल ने कहा कि सिर्फ कैरी बैग पर पाबंदी लगाकर समस्या का समाधान नहीं होगा. प्लास्टिक से अधिक थर्माकोल नालों को जाम करता है. जहां तक प्रदूषण का सवाल है तो थर्माकोल प्लास्टिक से आगे है. सिलीगुड़ी में सिर्फ प्लास्टिक ही नहीं थर्माकोल पर पाबंदी लगाया जाना आवश्यक है.
तृणमूल का प्रस्ताव : सिलीगुड़ी नगर निगम के विरोधी दल नेता नांटू पाल ने कहा कि तृणमूल की ओर से कुल 25 प्रस्ताव दिये गये हैं. प्रत्येक घर को होल्डिंग टैक्स के अंतर्गत शामिल करना, बोरो कमिटियों के धन आवंटन में वृद्धि, पेयजल पर टैक्स खत्म कर घर-घर पेयजल पहुंचाना, सामाजिक भत्ता कोटा में वृद्धि, प्लास्टिक पर पाबंदी, गंदगी मुक्त सिलीगुड़ी के लिये कानून की आवश्यकता, बिल्डिंग नियमों का सरलीकरण, बस्ती विकास का कार्य वार्ष पार्षदों के अधिकार में शामिल करना, वार्ड कार्यालय के रख-रखाव के लिये राशि में बढ़ोत्तरी, निगम कर्मचारियों को सभी प्रकार की सुविधायें मुहैया कराना, सिलीगुड़ी में पार्किंग की व्यवस्था सुदृढ करना, दो माईल इलाके में स्थित निगम की जमीन पर अस्पताल बनाना, निगम के सभी वार्डों में पार्क बनान, पार्षद फंड में वृद्धि सहित खर्च की जिम्मेदारी सौंपना, किरणचंद शमशान घाट की मरम्मती कराना आदि शामिल है. श्री पाल ने कहा कि प्लास्टिक पर पाबंदी और पार्किंग की व्यवस्था को सुदृढ किये जाने पर विशेष जोर दिया गया है. श्री पाल ने कहा कि आज भी सिलीगुड़ी नगर निगम के 50 हजार नागरिक होल्डिंग टैक्स नहीं देते हैं. इसके अतिरिक्त करीब 35 प्रतिशत व्यवसायियों के पास ट्रेड लाईसेंस नहीं है. कर नहीं बढ़ा कर अधिक लोगो को टैक्स के दायरे में शामिल करना बेहतर उपाए है. पार्किंग की व्यवस्था सुदृढ कर निगम अपनी आय बढ़ा सकता है. कंचनजंघा स्टेडियम के मेला ग्राउंड को महकमा शासक से किराए पर लेकर पार्किंग हेतु उपयोग हो सकता है.