गोरखालैंड के लिए चुप नहीं बैठेंगे: प्रधान
दार्जिलिंग : सदन में तेलंगाना बिल पेश होने से हम चुप नहीं बैठेंगे. यह कहना है भारतीय गोरखा परिसंघ (भागोप) के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ एनोस दास प्रधान का. उन्होंने कहा कि तेलंगाना व गोरखालैंड के मुद्दे में अंतर है. फिर भी तेलंगाना गठन को लेकर केंद्र की यूपीए सरकार ने बिल पेश किया, तो हम चुप नहीं बैठेंगे.
गोरखालैंड गठन की मांग को लेकर देशभर में आंदोलन शुरू किया जायेगा. उन्होंने कहा कि छठी अनुसूची, सिक्किम दार्जिलिंग विलय, जीटीए आदि जैसे मांगों ने गोरखालैंड आंदोलन में दरारें डाल दी है.
उन्होंने जीटीए को गोरखालैंड मार्ग पर एक रोड़ा बताया. जिस दिन जीटीए पर समझौता हुआ था उसी दिन भारतीय गोरखा परिसंघ व गोरखालैंड समर्पित राजनैतिक पार्टियों ने इसे गोरखालैंड का रोड़ा बताते हुए उक्त दिन को काला दिवस का संज्ञा दिया था.
जीटीए पर समझौता करने वाले नेतृत्व ने दार्जिलिंग पार्वत्य क्षेत्र के गोरखा समुदाय के साथ ही नहीं बल्कि देश के विभिन्न राज्यों में रहनेवाले गोरखा समुदाय के साथ विश्वासघत किया है. डॉ. प्रधान ने यह भी कहा कि गोरखालैंड गठन के लिए क्या करना है, सोच लिया गया है. अभी रणनीतियों का खुलासा नहीं किया जायेगा.