इस बारे में तृणमूल कांग्रेस के जिला अध्यक्ष मोयज्जम हुसैन ने कहा, मुझे इस मामले की कोई जानकारी नहीं है. जिला परिषद के छह सदस्य क्या कहना चाहते हैं, यह भी स्पष्ट नहीं है. मुख्यमंत्री ने मालदा आकर अनेक विकास कार्य किये हैं. इसके बावजूद वो लोग कैसे यह कह रहे हैं कि उनके इलाके में कोई विकास कार्य नहीं हुआ. पार्टी के सभी कार्यक्रमों में जिला परिषद सदस्यों को बुलाया जाता है, लेकिन कोई आता नहीं है. पूरा मामला राज्य नेतृत्व के सामने है. इस संबंध में उन लोगों ने मुख्यमंत्री को चिट्ठी दी है इसलिए इसमें मेरे बोलने के लिए कुछ नहीं है. राज्य नेतृत्व जो निर्णय लेगा उसका पालन किया जायेगा.
उल्लेखनीय है कि गत 16 दिसंबर को हरिश्चंद्रपुर विधानसभा क्षेत्र में एक जनसभा के दौरान तृणमूल सांसद शुभेंदु अधिकारी ने कांग्रेस परिचालित मालदा जिला परिषद को दखल करने का आह्वान किया था. केवल हरिश्चंद्रपुर नहीं, इसके बाद 26 दिसंबर को नदिया जिले में भी जनसभा करके शुभेंदू अधिकारी ने मालदा जिला परिषद दखल करने का आह्वान किया था. वहां श्री अधिकारी ने साफ कहा था कि हम मालदा जिला परिषद में पावर में आ रहे हैं. 28 फरवरी को वर्तमान जिला परिषद के ढाई साल पूरे हो रहे हैं. पंचायत कानून के तहत ढाई साल से पहले कोई अविश्वास प्रस्ताव नहीं लाया जा सकता. इसलिए 28 फरवरी के बाद हम लोग मालदा जिला परिषद को दखल करेंगे.
शुभेंदु अधिकारी की इस घोषणा के मद्देनजर तृणमूल के छह जिला परिषद सदस्यों के मुख्यमंत्री को चिट्ठी लिखने के खास मायने हैं. तृणमूल से निर्वाचित जिला परिषद सदस्य गौड़ चंद्र मंडल ने कहा, हम हताश हैं. ढाई वर्ष बीत गये हैं और इलाके में कोई काम कर नहीं पाये हैं. जनता को क्या मुंह दिखायेंगे? पार्टी की ओर से भी हमें समुचित सम्मान नहीं मिल रहा है. लोग हमें खराब नजर से देखते हैं. इस तरह कितने दिन चुप रहेंगे? इसलिए हम पार्टी की सर्वोच्च नेता को चिट्ठी देने के लिए बाध्य हुए. हम उनका मत जानना चाहते हैं.
उल्लेखनीय है कि मालदा जिला परिषद में सीटों की कुल संख्या 38 है. इनमें से 16 सीटों पर कांग्रेस का, 16 सीटों पर वाम मोरचा का, और बाकी 6 सीटों पर तृणमूल का दखल है. वामदलों के दो सदस्यों ने बाहर से समर्थन दिया था, जिसके बूते कांग्रेस बोर्ड गठन करने में सफल रही थी. तृणमूल के छह निर्वाचित सदस्यों के नाम उज्ज्वल चौधरी, कल्याण मंडल, गौड़ चंद्र मंडल, कल्पना चौधरी, प्रभाष चौधरी व फाल्गुनी टुडू हैं.