27.4 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

आखिरकार टूटी प्रशासन की नींद

पीड़ित को मेडिकल कॉलेज में कराया भरती सरकार करेगी इलाज की व्यवस्था पिता की मृत्यु के बाद खलासी का काम करता था सुमन अक्तूबर, 2015 में धान उतारते समय टूट गयी थी रीढ़ की हड्डी मालदा : रीढ़ की हड्डी टूट जाने से बिस्तर पर पड़े भुखमरी से जूझ रहे एक नौजवान सुमन दास के […]

पीड़ित को मेडिकल कॉलेज में कराया भरती
सरकार करेगी इलाज की व्यवस्था
पिता की मृत्यु के बाद खलासी का काम करता था सुमन
अक्तूबर, 2015 में धान उतारते समय टूट गयी थी रीढ़ की हड्डी
मालदा : रीढ़ की हड्डी टूट जाने से बिस्तर पर पड़े भुखमरी से जूझ रहे एक नौजवान सुमन दास के इच्छा मृत्यु की गुहार लगाने की खबर मीडिया में आने के बाद उसकी चिकित्सा व्यवस्था कराने का निर्णय जिला प्रशासन ने लिया है.
रीढ़ की हड्डी टूट जाने की वजह से असहाय सुमन दास की इच्छा मृत्यु की गुहार लगाने संबंधी खबर मीडिया में प्रसारित होने के बाद प्रशासन में खलबली मच गयी. अस्वस्थ्य सुमन दास की चिकित्सा के साथ अन्य सरकारी सहायता मुहैया कराने की घोषणा जिला शासक शरद द्विवेदी ने की है. 24 घंटे के भीतर ही मालदा मेडिकल कॉलेज व अस्पताल में उसको भरती कराने की व्यवस्था जिला प्रशासन ने की.
सोमवार की सुबह इंगलिश बाजार थाना अंतर्गत महदीपुर ग्राम पंचायत के ए.के. गेपालन कॉलोनी से सुमन दास को सरकारी गाड़ी से मालदा मेडिकल कॉलेज के सर्जिकल विभाग में भरती कराया गया एवं प्रशासन की ओर से सभी प्रकार की व्यवस्था भी की गयी़ मालदा मेडिकल कॉलेज के ऑर्थोपेडिक विभाग के चिकित्सक तापस कुमार बनिक ने बताया कि मरीज सुमन दास का एमआरआई फिर से कराना होगा. मेडिकल कॉलेज की ओर से सुमन दास की चिकित्सा के इंतजाम कर दिये गये हैं.
अतिरिक्त जिला शासक देवतोष मंडल ने बताया कि जिला प्रशासन की ओर से सुमन दास की चिकित्सा की व्यवस्था करने का निर्देश दिया गया था. यहां उल्लेखनीय है कि चिकित्सा का खर्च जुटा पाने में अक्षम 19 वर्षीय सुमन दास उर्फ लालू ने जिला प्रशासन के पास इच्छा मृत्यु का आवेदन किया था. जिला अधिकारी को यह आवेदन गत 4 जनवरी को दिया गया है.
ए के गोपालन कॉलोनी निवासी सुमन दास पेशे से दिहाड़ी मजदूर है. उसके पिता की दिल की बीमारी से पांच साल पहले मौत हो गयी थी. घर का बड़ा बेटा होने की वजह से परिवार का बोझ उस पर है. पिता की मृत्यु होने पर उसे नौवीं की पढ़ाई छोड़कर ट्रक में खलासी बनना पड़ा. उसके परिवार में बूढ़ी मां और छोटा भाई अखिल दास है.
10 अक्तूबर, 2015 को हरिश्चंद्रपुर में ट्रक से धान उतारते समय सुमन की रीढ़ की हड्डी टूट गयी. उसे मालदा मेडिकल कॉलेज में भरती कराया गया था जहां से कोलकाता रेफर कर दिया गया. इसके बाद उसके पड़ोसियों ने डेढ़ लाख रुपये चंदा किया. इस रकम से वह बेंगलुरू जाकर रीढ़ की हड्डी का ऑपरेशन कराकर लौटा. बेंगलुरू में उसे डॉक्टरों ने कहा था कि मालदा लौटने के बाद उसे और इलाज कराना होगा. लेकिन परिवार के लोग आगे की चिकित्सा के खर्च का इंतजाम नहीं कर सके.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें