सिलीगुड़ी़ दुर्गा पूजा के दौरान कुछ शराबियों द्वारा मिरिक में एएसआई आमोद गुरूंग की हत्या मामले ने राजनीतिक रंग ले लिया है़ एएसआई गुरूंग की शनिवार को सिलीगुड़ी में मौत हो गई थी़ 21 अक्टूबर को नवमी के दिन एएसआई आमोद गुरूंग मिरिक में दुर्गा पूजा की ड्यूटी कर रहे थे़ पुराने पिक्चर हॉल इलाके में कुछ शराबी युवक उत्पात मचा रहे थे़.
जब उन्होंने शराबी युवकों को रोकने की कोशिश की, तो सभी ने उनको बुरी तरह से पीटा़ गंभीर स्थिति में पहले उन्हें मिरिक अस्पताल में भरती कराया गया और उसके बाद स्थिति बिगड़ने पर सिलीगुड़ी के एक नर्सिंग होम में भरती कराया गया, जहां 24 अक्टूबर को उनकी मौत हो गई़ इस बीच, मृतक को श्रद्धांजलि देने के लिए विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं का मिरिक में जमावड़ा लग गया है़.
दार्जिलिंग पर्वतीय क्षेत्र में गोजमुमो तथा गोरामुमो के कई नेताओं ने मृतक एएसआई को श्रद्धांजलि दी़ इसके अलावा तृणमूल के कई नेता भी श्रद्धांजलि देने उन्हें पहुंचे है़ं.
उनकी अंत्येष्टि मिरिक में की गई है़ सिलीगुड़ी से तृणमूल कांग्रेस के नेता तथा सिलीगुड़ी नगर निगम में विपक्ष के नेता नान्टू पाल उन्हें श्रद्धांजलि देने के लिए मिरिक गये हुए है़ं इसके अलावा माकपा नेता जीवेश सरकार भी श्रद्धांजलि देने गये़ श्री सरकार ने इस हत्याकांड में शामिल सभी आरोपियों को पकड़ने की मांग की है़ कांग्रेस नेता तथा विधायक शंकर मालाकार ने भी दोषियों को पकड़ने की मांग की है़ इस बीच, पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार एएसआई की पीट-पीटकर हत्या करने के मामले में कुल 9 आरोपियों की पहचान की गई है, जिसमें से 7 आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है़ इन सातों आरोपियों ने पुलिस पूछताछ के दौरान दो अन्य लोगों का भी नाम बताया है़ वह दोनों आरोपी फिलहाल फरार है़ं पुलिस दोनों को पकड़ने की कोशिश कर रही है़